नईदिल्ली| आम बजट से एक दिन पहले आज देश का आर्थिक सर्वे पेश किया गया है। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा संसद में इसे पेश किया गया है। मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का यह पहला आर्थिक सर्वे होगा। बता दें कि अंतरिम बजट 2019 के दौरान आर्थिक सर्वे पेश नहीं किया गया था, क्योंकि इसे पूर्ण बजट के साथ ही पेश किया जाता है।
आर्थिक सर्वे में कहा गया है कि रिजर्व बैंक के मौद्रिक नीति उपायों से लोन के ब्याज दरों में कटौती करने में मदद मिलेगी. इसी तरह निवेश दर में जो कमी आ रही थी, वह भी अब लगता है कि रुक जाएगी. जनवरी से मार्च तिमाही में जीडीपी ग्रोथ में गिरावट पर आर्थिक सर्वे में कहा गया है कि यह चुनाव संबंधी अनिश्चितता की वजह से था.इसके अलावा पिछले वित्त वर्ष में कम ग्रोथ होने की एक वजह एनबीएफसी संकट भी है. गौरतलब है कि मार्च तिमाही में जीडीपी में बढ़त महज 5.8 फीसदी थी.