
नईदिल्ली| अमेरिका के अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता आयोग (यूएससीआईआरएफ) ने एक रिपोर्ट पेश की हैं जिसमे कहा गया हैं की 2018 में पाकिस्तान में धार्मिक आजादी की स्थिति को लेकर आमतौर पर नकारात्मक रुझान देखने को मिला था । बहुसंख्यक लोगो ने अल्पसंख्यक लोगो पर कई जुर्म किये बहुसंख्यक लोगो ने अल्पसंख्यक समुदायों हिंदुओं, ईसाइयों, सिखों, अहमदी और शिया मुस्लिमों पर धर्म परिवर्तन के लिए जुल्म करते रहे हैं ।
यूएससीआईआरएफ की इस रिपोर्ट के बाद पाकिस्तान बौखला गया हैं पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में अमेरिकी रिपोर्ट को खारिज करते हुए कहा, “यह निराधार और पक्षपातपूर्ण बयानों का संग्रह है। पाकिस्तान इस तरह की रिपोर्ट का समर्थन नहीं करता। पाकिस्तान का मानना है कि सभी देश धार्मिक सद्भाव को बढ़ावा देने के साथ ही राष्ट्रीय कानन और अंतरराष्ट्रीय मानदंडों के तहत अपने नागरिकों की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
यूएससीआईआरएफ ने अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम के तहत पाकिस्तान को “कंट्री ऑफ पार्टिकुलर कंसर्न” या सीपीसी सूची में डालने की सिफारिश की है। इस सूची में अमेरिका उन देशों को रखता है, जिनके यहां धार्मिक आजादी की दशा गंभीर होती है।
