Tuesday, October 21

चमकी का असर अब भी जारी मौत का आकड़ा सौ के पार

बिहार| बिहार में चमकी बुखार से मरने वाले बच्चों की संख्या बढ़कर 100 से अधिक हो गई है. इस बुखार के कारण का पता लगाने के लिए रिचर्स शुरू हो गयी हैं|क्यूट इंसेफेलाइटिस से हो रही बच्चों की मौत पर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने चिंता जाहिर की है। इसके बाद आईएमए ने अपनी एक टीम बिहार भेजने का फैसला किया है। एसोसिएशन का कहना है कि आईएमए की टीम इस बीमारी के फैलने के कारणों का अध्ययन करेगी। साथ ही उसके निदान के लिए बिहार सरकार व केंद्र सरकार से सिफारिशें करेगी। डॉ. आरवी अशोकन ने बताया कि एमसीपीजी के दुष्प्रभाव से ब्लड में शुगर की मात्रा अचानक कम हो सकता है। इससे उलटी होने के साथ-साथ मस्तिष्क पर असर पड़ सकता है। इस कारण बेहोशी व कोमा में जाने का खतरा होता है।