Thursday, October 23

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रेलवे का बड़ा फैसला:23 शहरों के लिए 28 ट्रेनें 9 मई से रद्द; इनमें 8 शताब्दी, 2 जनशताब्दी, 2 दुरंतो, 2 राजधानी और 1 वंदे भारत शामिल
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रेलवे का बड़ा फैसला:23 शहरों के लिए 28 ट्रेनें 9 मई से रद्द; इनमें 8 शताब्दी, 2 जनशताब्दी, 2 दुरंतो, 2 राजधानी और 1 वंदे भारत शामिल

बढ़ते कोरोना संक्रमण और यात्रियों की कमी के चलते रेलवे ने दिल्ली समेत 23 प्रमुख शहरों से चलने वाली 28 ट्रेनों को 9 मई से रद्द कर दिया है। इनमें 8 जोड़ी शताब्दी, 2 जोड़ी जनशताब्दी, 2 दुरंतो, 2 राजधानी और एक वंदे भारत ट्रेन भी शामिल हैं। अगले आदेश तक ये ट्रेनें नहीं चलेंगी। इनमें दिल्ली से कालका, हबीबगंज, अमृतसर, चंडीगढ़ जाने वाली शताब्दी, दिल्ली से चेन्नई और बिलासपुर जाने वाली राजधानी और जम्मू तवी और पुणे जैसी जगहों से आने वाली शताब्दी शामिल हैं। अधिकारियों ने बताया कि बढ़ते कोरोना मामलों के चलते यात्रियों की कमी और लगातार बढ़ते महामारी के आंकड़ों को देखते हुए रेलवे ने इन ट्रेनों को 9 मई से अगले आदेश तक कैंसल कर दिया है। मध्य रेलवे ने 23 यात्री ट्रेनों को रद्द कर दिया है। इनमें नागपुर-कोल्हापुर स्पेशल 29 जून तक, CSMT-कोल्हापुर स्पेशल 1 जुलाई तक, CSMT-पुणे स्पेशल 30 जून तक शामिल हैं...
मोदी सरकार के ‘आत्मनिर्भर’ भारत में नियम बदलकर ली जा रही विदेशी मदद, 16 साल पहले मनमोहन सिंह ने ठुकरा दी थी
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मोदी सरकार के ‘आत्मनिर्भर’ भारत में नियम बदलकर ली जा रही विदेशी मदद, 16 साल पहले मनमोहन सिंह ने ठुकरा दी थी

केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने पिछले साल 'आत्मनिर्भर भारत' का नारा बुलंद किया। कहा कि उनकी सरकार अन्य देशों पर निर्भरता खत्म कर रही है। जल्द से जल्द हर वह सामान भारत में बनेगा, जो अभी बाहर से मंगवाया जा रहा है। इसके लिए पॉलिसी में भी कई बदलाव किए गए। पर कोरोना वायरस की दूसरी लहर की वजह से मोदी सरकार ने न सिर्फ मनमोहन सिंह सरकार के 16 साल पुराने नियम को बदला, बल्कि चीन समेत 40 से ज्यादा देशों से गिफ्ट, डोनेशन भी कबूल किए हैं। आइए, समझते हैं कि विदेशी सहायता को लेकर भारत की नीति क्या रही है और मनमोहन सिंह सरकार के बनाए किस नियम को मोदी सरकार ने बदला है? क्या थी मनमोहन सिंह की आत्मनिर्भर भारत पॉलिसी? प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली UPA सरकार 2004 से 2014 तक केंद्र में रही। दिसंबर 2004 में जब दक्षिण भारतीय तटीय इलाकों में सुनामी ने तबाही मचाई, तब मनमोहन सिंह ने विदेशी मदद की...
हेल्थ इंश्योरेंस:कोरोना इंश्योरेंस पॉलिसियों में मिले प्रीमियम के मुकाबले 150% से ज्यादा का पेमेंट, अब कंपनियां कोरोना कवच पॉलिसी देने में कर रहीं आनाकानी
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हेल्थ इंश्योरेंस:कोरोना इंश्योरेंस पॉलिसियों में मिले प्रीमियम के मुकाबले 150% से ज्यादा का पेमेंट, अब कंपनियां कोरोना कवच पॉलिसी देने में कर रहीं आनाकानी

पिछले साल कोरोना आया तो कई इंश्योरेंस कंपनियों ने इसे कमाई का अवसर मान लिया और स्पेशल कोविड मेडिक्लेम पॉलिसियां लॉन्च कर दीं। लेकिन कंपनियों का अनुमान गलत निकला और उन्हें प्राप्त प्रीमियम की कुल रकम से 150% से ज्यादा का भुगतान करना पड़ गया। मात्र 25% पॉलिसी होल्डर ने ही मेडिकल क्लेम किया था और कंपनियां उससे ही घबरा गईं। इसी के चलते अब इंश्योरेंस कंपनियों ने कोविड पॉलिसी से हाथ खींच लिए हैं। ऐसे में अब जो लोग नई पॉलिसी लेने का प्लान बना रहे थे या पुरानी पॉलिसी रिन्यू करानी थी, उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। ज्यादातर कंपनियां स्पेशल कोविड मेडिक्लेम पॉलिसी कर रहीं बंदअधिकांश कंपनियों ने स्पेशल कोविड मेडिक्लेम पॉलिसी बंद कर दी है। इतना ही नहीं कंपनियों ने जनरल मेडिक्लेम पॉलिसी का प्रीमियम भी बढ़ा दिया है। पिछले साल मार्च में जब कोरोना संक्रमण बढ़ने लगा था, तब इंश्योरेंस कंपनियों ...
अफसरों ने नहीं देखा बच्चों का दर्द:गंजबासौदा में सड़क किनारे मटके बेच रहे बच्चों पर दिखाई अफसरी; रोते-बिलखते बच्चों को नजरअंदाज कर जब्त किए मटके
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अफसरों ने नहीं देखा बच्चों का दर्द:गंजबासौदा में सड़क किनारे मटके बेच रहे बच्चों पर दिखाई अफसरी; रोते-बिलखते बच्चों को नजरअंदाज कर जब्त किए मटके

कोरोना काल में जहां बीमारी से बचने के प्रयास जारी है, वहीं दो वक्त की रोटी के लिए भी लोग परेशान हो रहे हैं। लॉकडाउन के चलते काम-धंधे चौपट हो गए हैं। ऐसे में गरीब वर्ग किसी तरह दो जून की रोटी की जुगाड़ कर रहा है। हालांकि इसमें उन्हें हर दिन अपमानित और प्रताड़ित होना पड़ रहा है। ऐसा ही मामला गंजबासौदा में सामने आया है। यहां सड़क किनारे कुछ बच्चे मटके बेच रहे थे। अव्वल तो दिनभर में एक-दो से ज्यादा मटके नहीं बिक रहे थे। ऊपर से पुलिस के साथ यहां अफसर पहुंच गए। उनके मटके जब्त कर लिए। बच्चे रोते-बिलखते हुए मटके जब्त नहीं करने की गुहार लगाते रहे, लेकिन अफसर इन बच्चों का दर्द नहीं देख सके। विदिशा जिले के गंजबासौदा में एसडीएम राजेश मेहता ने आला अफसरों के साथ सड़क किनारे मटके बेच रहे बच्चों पर कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन का हवाला देते हुए कार्रवाई की। बच्चों के दर्जनों मटके नगर पालिका की गाड़ी ब...
वन्य प्राणियों को कोरोना से बचाने की कवायद:हैदराबाद के शेरों में कोरोना के लक्षण मिलने के बाद इंदौर के प्राणी संग्राहलय में उबाल कर रोज दिया जा रहा मटन, शावकों को दी जा रही दवा
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वन्य प्राणियों को कोरोना से बचाने की कवायद:हैदराबाद के शेरों में कोरोना के लक्षण मिलने के बाद इंदौर के प्राणी संग्राहलय में उबाल कर रोज दिया जा रहा मटन, शावकों को दी जा रही दवा

देश में पहली बार हैदराबाद के नेहरू पार्क में 8 शेरों में कोरोना के लक्षण मिलने के बाद देशभर के सभी चिड़ियाघर प्रबंधन को अलर्ट किया गया है। सेंट्रल जू अथॉरिटी ने सभी चिड़ियाघर को एक सर्कुलर जारी किया है और जानवरों की देखरेख करने की हिदायत दी है। इसी के तहत शेरों को अब उबला मटन दिया जा रहा है। शेर और बाघ के बाड़ों के आसपास केमिकल डाला जा रहा है। सावधानी के तौर पर पिंजरे और बाड़े के आसपास अन्य कर्मचारियों को आने-जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया। कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय में कोरोना महामारी के चलते सेंट्रल जू अथॉरिटी और इंदौर जिला प्रशासन के सर्कुलर के अनुसार सभी दुर्लभ वन्य प्राणियों की देखभाल की जा रही है। इसमें कोरोना प्रोटोकॉल का भी पूरी तरह से पालन किया जा रहा है। जिसमें सुबह-शाम वन्य प्राणियों के आसपास सैनेटाइजर का छिड़काव, संक्रमण से बचाने के लिए उनके डाइट चार्ट में बदलाव किया जा रहा ...
बंगाल में भाजपा की हार क्यों:वरिष्ठ नेता तथागत बोले- गलती मोदी-शाह की नहीं; विजयवर्गीय-घोष जिम्मेदार, जिन्होंने तृणमूल के कचरे को टिकट बांटे
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बंगाल में भाजपा की हार क्यों:वरिष्ठ नेता तथागत बोले- गलती मोदी-शाह की नहीं; विजयवर्गीय-घोष जिम्मेदार, जिन्होंने तृणमूल के कचरे को टिकट बांटे

बंगाल में भाजपा की हार पर मेघालय और त्रिपुरा के पूर्व राज्यपाल और वरिष्ठ भाजपा नेता तथागत रॉय ने तल्ख बयान दिया है। उन्होंने कहा कि कैलाश विजयवर्गीय, बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष और अन्य भाजपा नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का नाम कीचड़ में घसीटा है। दुनिया के सामने सबसे बड़ी पार्टी के नाम पर धब्बा लगाया। तथागत रॉय ने कहा- इन्हीं नेताओं ने बंगाल में भाजपा चुनाव मुख्यालय और 7 सितारा होटलों में बैठकर तृणमूल से आए कचरे को टिकट बांटा। अब जब कार्यकर्ताओं का गुस्सा फूट रहा है तो भी ये वहीं बैठकर तूफान के गुजरने का इंतजार कर रहे हैं। इन्हीं लोगों ने पार्टी की विचारधारा और 1980 से पार्टी की सेवा कर रहे सच्चे स्वयंसेवकों की छवि की सबसे बड़ी आलोचना की है। आठवीं तक पढ़े स्वार्थी लोगों से क्या उम्मीद करेंगे : रॉयबंगाल में चुनाव के बाद हो रही हिंसा पर उन्होंने कहा, 'अ...
जोधपुर जेल में आसाराम को हुआ कोरोना:बुखार आने और ऑक्सीजन लेवल घटने पर अस्पताल में भर्ती कराया, कई समर्थक भी हॉस्पिटल पहुंचे
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जोधपुर जेल में आसाराम को हुआ कोरोना:बुखार आने और ऑक्सीजन लेवल घटने पर अस्पताल में भर्ती कराया, कई समर्थक भी हॉस्पिटल पहुंचे

नाबालिग छात्रा से यौन उत्पीड़न मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहा आसाराम कोरोना संक्रमित हो गया है। जोधपुर जेल में सैंपल लिया गया था जो पॉजिटिव आया। फिर बुधवार देर रात बुखार और ऑक्सीजन लेवल घटने के बाद उसे महात्मा गांधी अस्पताल में भर्ती करवा दिया गया है। अस्पताल लाए जाने से पहले ही वहां बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था। आसाराम के अस्पताल लाए जाने की सूचना मिलते ही कई समर्थक वहां पहुंच गए, लेकिन पुलिस ने किसी को अंदर नहीं जाने दिया। अस्पताल लाते समय व्हीलचेयर पर आसाराम काफी थका हुआ नजर आ रहा था। उसका वजन भी पहले से काफी कम लग रहा था। एहतियात के तौर पर लिया गया था सैंपलजोधपुर जेल में कुछ बंदियों के कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद एहतियात के तौर पर आसाराम का भी सैंपल लिया गया था, जिसमें वह कोरोना संक्रमित निकला। इसके बाद जेल में ही आसाराम का इलाज किया गया, लेकिन रात को तब...
कोर्ट की फटकार, सरकार लाचार:देश की अदालतों ने सरकार को हत्यारा से लेकर शुतुरमुर्ग तक कह डाला, पिछले 15 दिनों में दसियों बार सरकार को झेलनी पड़ी शर्मिंदगी
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कोर्ट की फटकार, सरकार लाचार:देश की अदालतों ने सरकार को हत्यारा से लेकर शुतुरमुर्ग तक कह डाला, पिछले 15 दिनों में दसियों बार सरकार को झेलनी पड़ी शर्मिंदगी

भारत कोरोना के कहर से जूझ रहा है। ऑक्सीजन की कमी से सांसें टूट रही हैं, अस्पतालों में बेड की मारामारी है। लोग अस्पतालों के बाहर और सड़कों पर दम तोड़ रहे हैं। सरकार लाचार है, बेबस है, उसकी तमाम कोशिशों और दावों के बाद भी न तो मौत की रफ्तार कम हो रही है, न ही लोगों को बुनियादी सुविधाएं मिल पा रही हैं। आलम यह है कि अब कोरोना की जंग में सुप्रीम कोर्ट और अलग-अलग राज्यों के हाईकोर्ट को उतरना पड़ा है। पिछले एक महीने में ऐसे दसियों मौके आए, जब कोरोना से हो रही मौतों को लेकर कोर्ट ने केंद्र सरकार को जमकर फटकार लगाई। कोर्ट ने वह सब कह दिया, जो शायद इससे पहले किसी भी सरकार को न सुनना पड़ा हो। आइए एक-एक करके जानते हैं कि कब किस कोर्ट ने क्या कहा... पहले बात सुप्रीम कोर्ट की करते हैं... तारीख 5 मई 2021 : ऑक्सीजन की कमी से जानें जा रही हैं दिल्ली में ऑक्सीजन की सप्लाई की देखरेख कर रहे केंद्रीय ...
जम्मू-कश्मीर में एनकाउंटर:​​​​​​​शोपियां में सुरक्षा बलों ने अल-बद्र के 3 आतंकियों को मार गिराया; एक दहशतगर्द ने सरेंडर किया
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जम्मू-कश्मीर में एनकाउंटर:​​​​​​​शोपियां में सुरक्षा बलों ने अल-बद्र के 3 आतंकियों को मार गिराया; एक दहशतगर्द ने सरेंडर किया

दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले के कनिगम इलाके में गुरुवार को सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई। इसमें 3 आतंकी मारे गए। वहीं, एक आतंकी के सरेंडर करने की खबर है। उसकी पहचान तौसीफ अहमद के रूप में हुई है। इलाके की घेराबंदी कर सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। हाल ही में अल-बद्र जॉइन किया थापुलिस ने बताया कि इलाके में कुछ आतंकियों की मौजूदगी की खबर थी। इनकी घेराबंदी की गई। कोशिश थी कि चारों सरेंडर कर दें, लेकिन उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में उनमें से तीन आतंकी मारे गए और एक ने सरेंडर किया। ये चारों दहशतगर्दों हाल ही में अल-बद्र आतंकी संगठन में शामिल हुए थे। 4 मई को भी 2 आतंकी मारे गए थेइससे पहले 4 मई को सोपोर में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ में 2 आतंकी मारे गए थे। एनकाउंटर बारामूला के सोपोर में नाथीपोरा इलाके में हुआ था। इसके बाद सुरक्षाबलों की टीम ने इलाके...
RLD प्रमुख नहीं रहे:पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी अजित सिंह का 82 साल की उम्र में निधन; 20 अप्रैल से कोरोना संक्रमित थे
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RLD प्रमुख नहीं रहे:पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी अजित सिंह का 82 साल की उम्र में निधन; 20 अप्रैल से कोरोना संक्रमित थे

राष्ट्रीय लोकदल (RLD) के प्रमुख और पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी अजित सिंह का गुरुवार सुबह निधन हो गया। 82 साल के चौधरी अजित सिंह ने गुडगांव के एक निजी अस्पताल में आखिरी सांस ली। वे 20 अप्रैल से कोरोना से संक्रमित थे। फेफड़ों में इन्फेक्शन फैलने से उन्हें निमोनिया भी हो गया था। पिछले दो दिनों से उनकी हालत गंभीर बनी हुई थी। उनके बेटे चौधरी जयंत सिंह ने सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी दी। जाट समुदाय के बड़े नेता थे चौधरी अजित सिंहअजित सिंह का दबदबा पश्चिमी उत्तर प्रदेश में काफी ज्यादा था। वे जाटों के बड़े नेता माने जाते थे। वे कई बार केंद्रीय मंत्री भी रहे थे। लेकिन पिछले 2 लोकसभा चुनाव और 2 विधानसभा चुनावों के दौरान राष्ट्रीय लोकदल का ग्राफ तेजी से गिरा। यही वजह रही कि अजित सिंह अपने गढ़ बागपत से भी लोकसभा चुनाव हार गए। अजित सिंह के पुत्र जयंत चौधरी भी मथुरा लोकसभा सीट से चुनाव हार गए थे। ...