Tuesday, October 28

संपादकीय

निवेश के लिए चीन छोड़कर भारत आ सकती हैं बड़ी कंपनियां, क्या यह देश के महाशक्ति बनने की शुरुआत होगी?
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निवेश के लिए चीन छोड़कर भारत आ सकती हैं बड़ी कंपनियां, क्या यह देश के महाशक्ति बनने की शुरुआत होगी?

दुनिया की महाशक्ति बनने का सपना भारतीय 1990 के दशक से ही देखते आ रहे हैं। पिछली सदी के अंत में अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली सरकार थी। साल 1999 में देश की GDP ग्रोथ 8% रही थी। तब भारतीयों की दुनिया में आगे बढ़ने की जो इच्छा ‘सबसे आगे होंगे हिंदुस्तानी’ जैसे गाने में दिखी थी, वह ‘हम हैं नए, अंदाज क्यों हो पुराना’ के साथ 21वीं शताब्दी में और स्पष्ट हो गई थी। उस दौर में कई लोगों को लगता था कि भारत 2020 तक दुनिया की प्रमुख शक्तियों में एक होगा। पूर्व भारतीय राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने भी ‘भारत 2020’ नाम की एक किताब लिखी थी, जिसमें भारत के स्वर्णिम भविष्य का अनुमान लगाया गया था। पिछले 20 सालों में भारत ने सर्विस, टेलीकॉम, ई-कॉमर्स, आउटसोर्सिंग सेक्टर में काफी तरक्की की है और दुनिया के सबसे शक्तिशाली देशों की कतार में आया है। भारत साल 2023 में दुनिया के 20 सबसे ताकतवर देशों के सम्मेल...
राममंदिर के लिए आज से देशभर में जमा करेंगे पैसे:धन संग्रह शुरू होने से पहले ही मध्य भारत प्रांत से जुटा लिए 10 करोड़ रुपए
भोपाल संभाग, राज्य समाचार, विविध, संपादकीय

राममंदिर के लिए आज से देशभर में जमा करेंगे पैसे:धन संग्रह शुरू होने से पहले ही मध्य भारत प्रांत से जुटा लिए 10 करोड़ रुपए

मध्य भारत प्रांत में दस करोड़ रुपए से ज्यादा राशि श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ न्यास के नाम पर मिल चुकी है अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए धनसंग्रह शुक्रवार से शुरू हो रहा है। लेकिन इससे पहले ही मध्य भारत प्रांत में दस करोड़ रुपए से ज्यादा राशि श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ न्यास के नाम पर मिल चुकी है। न्यास की ओर से दस रुपए से लेकर दो हजार रुपए तक के कूपन जारी हुए हैं, जबकि 20 हजार रुपए तक का सहयोग नगद और इससे अधिक राशि चेक के माध्यम से ली जा रही है। मंत्री और विधायकों के साथ नेताओं को कूपन और रसीदें नहीं दी गई है। वे धन संग्रह के लिए बनी टोलियों के साथ रहेंगे। न्यास के पास पहुंची जानकारी के अनुसार ओल्ड सुभाष नगर के उमेश, राजेश और राकेश शर्मा ने 5 लाख 100 रुपए और करोंद में रहने वाले गौरीशंकर शर्मा ने 1 लाख 51 हजार रुपए सहयोग राशि दी है। सभी लोग लगातार धन संग्रह अभियान के मप्र के अध्यक्ष...
सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट:आज से संसद की नई इमारत का काम शुरू होगा, म्यूजियम में बदली जाएगी पुरानी इमारत
राजधानी समाचार, राज्य समाचार, विविध, संपादकीय

सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट:आज से संसद की नई इमारत का काम शुरू होगा, म्यूजियम में बदली जाएगी पुरानी इमारत

दिल्ली में नए संसद भवन के कंस्ट्रक्शन का काम आज से शुरू किया जाएगा। करीब 100 साल बाद नया संसद भवन बनने जा रहा है। इस प्रोजेक्ट पर 865 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। कई अहम प्रोजेक्ट्स डिजाइन कर चुके अहमदाबाद के आर्किटेक्ट बिमल पटेल ने नए संसद भवन की डिजाइन तैयार की है। इस हफ्ते की शुरुआत में 14 मैंबर्स वाले हैरिटेज पैनल ने सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना को मंजूरी दी थी। टाटा को मिला है कॉन्ट्रैक्टसंसद की नई इमारत बनाने का कॉन्ट्रैक्ट टाटा को मिला है। नई संसद पार्लियामेंट हाउस स्टेट के प्लॉट नंबर 118 पर बनाई जाएगी। प्रोजेक्ट के तहत नई संसद के अलावा इंडिया गेट के आसपास 10 इमारतें और बनेंगी, जिनमें 51 मंत्रालयों के दफ्तर होंगे। सेंट्रल विस्टा को रिडेवलप किए जाने के तहत यहां नया त्रिकोणीय संसद भवन, प्रधानमंत्री आवास, PMO, उप राष्ट्रपति भवन, एक कॉमन सेंट्रल सेक्रेटेरिएट बनाने के साथ ही राष्...
बंगाल चुनाव 2021:जब ममता ने सोनिया गांधी से कहा था- ‘मेरी तृणमूल मुंहतोड़ जवाब देगी’
इतिहास की गाथा, राजधानी समाचार, राज्य समाचार, विविध, संपादकीय

बंगाल चुनाव 2021:जब ममता ने सोनिया गांधी से कहा था- ‘मेरी तृणमूल मुंहतोड़ जवाब देगी’

दोनों के रिश्तों की ताबूत में आखिरी कील तब लगी जब 2016 में राहुल गांधी ने ममता बनर्जी का गठबंधन प्रस्ताव ठुकरा दिया2012 में ममता बनर्जी बंगाल की CM बनी, उन्हें उम्मीद थी कि सोनिया और राहुल शपथ ग्रहण में शामिल होंगे, लेकिन वो नहीं आए ममता बनर्जी से मिलने के बाद दो दशक तक चले राजनीतिक ऊहापोह, ऊंच-नीच के बीच सोनिया को इस बात का तो अंदाजा था कि ममता बनर्जी एक बड़ी नेता हैं। सोनिया ने तो ममता बनर्जी के लिए तब 10, जनपथ के दरवाजे आधी रात को खोल दिए थे जब वो खुद भी राजनीति में नहीं आईं थीं। वो दिसंबर 22, 1997 की कड़कड़ाती रात थी। सोनिया गांधी ने एक आखिरी कोशिश की थी ममता बनर्जी को कांग्रेस में रोकने की। तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष सीताराम केसरी ने सोनिया गांधी की गुजारिश सुनने से इनकार कर दिया था। ममता ने सोनिया को बताया था कि किस तरह प्रणब मुखर्जी ने उनके खिलाफ अभियान छेड़ रखा है। राजीव गांधी...
राम मंदिर धन संग्रह की योजना तैयार:हर मोहल्ले में एक टोली होगी, 65 करोड़ लोगों तक पहुंचने का टारगेट; कूपन और रसीद के जरिए ही लिया जाएगा चंदा
इतिहास की गाथा, भोपाल संभाग, राजधानी समाचार, राज्य समाचार, विविध, संपादकीय

राम मंदिर धन संग्रह की योजना तैयार:हर मोहल्ले में एक टोली होगी, 65 करोड़ लोगों तक पहुंचने का टारगेट; कूपन और रसीद के जरिए ही लिया जाएगा चंदा

ट्रस्ट की तरफ से कूपन और रसीद राज्यों को भेज दिए गए हैं, 10 रुपए, 100 रुपए और 1000 रुपए के कूपन होंगेस्टेट बैंक, पंजाब नेशनल बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा, ये तीनों बैंक जमा राशि के लिए सिर्फ कलेक्शन एकाउंट का काम करेंगे अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर के लिए धन संग्रह का काम 15 जनवरी यानी मकर संक्रांति से शुरू हो रहा है। यह कार्यक्रम 42 दिनों का होगा। 27 फरवरी यानी माघ पूर्णिमा को इसकी समाप्ति होगी। श्रीराम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने इसे ‘राम मंदिर निधि समर्पण अभियान’ नाम दिया है। इस अभियान को लेकर हमने विश्व हिन्दू परिषद के इंटरनेशनल वर्किंग प्रेसिडेंट और इस अभियान के प्रमुख आलोक कुमार, मध्य प्रदेश के लिए अभियान प्रमुख राजेश तिवारी और बिहार के सह अभियान प्रमुख परशुराम कुमार से बात की। बातचीत के प्रमुख अंश... धन संग्रह अभियान की रूपरेखा क्या होगी हम सभी राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र के...
मु्श्किल में ट्रम्प:ट्रम्प के खिलाफ फिर महाभियोग प्रस्ताव लाया जाएगा, पद पर रहते दूसरी बार इसका सामना करने वाले पहले US प्रेसिडेंट
देश विदेश, राज्य समाचार, विविध, संपादकीय

मु्श्किल में ट्रम्प:ट्रम्प के खिलाफ फिर महाभियोग प्रस्ताव लाया जाएगा, पद पर रहते दूसरी बार इसका सामना करने वाले पहले US प्रेसिडेंट

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। 20 जनवरी को प्रेसिडेंट इलेक्ट यानी जो बाइडेन का शपथ ग्रहण कार्यक्रम है यानी ट्रम्प अब अपने पद पर सिर्फ 9 दिन और रहेंगे। इस बीच, हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव (HOR) की अध्यक्ष नेंसी पेलोसी ने रविवार को ट्रम्प पर महाभियोग प्रस्ताव लाने की अनुमति दे दी है। ट्रम्प पर आरोप है कि 7 जनवरी को उन्होंने अपने समर्थकों को भड़काने का काम किया। इसी के चलते संसद (कैपिटल हिल) में हुई हिंसा में 5 लोगों की मौत हो गई। अखबार द हिल के मुताबिक, पेलोसी ने कहा कि हिंसा के मद्देनजर उपराष्ट्रपति माइक पेंस की जिम्मेदारी बनती है कि वे 25वें संशोधन के तहत ट्रम्प को उनके पद से हटाएं। डेमोक्रेट्स को लिखे पत्र में पेलोसी ने कहा कि अगर पेंस को कार्रवाई नहीं करते, उस स्थिति में महाभियोग पर वोटिंग होगी। अमेरिकी इतिहास में ट्रम्प पहले ऐसे राष्ट्रपति होंगे, जिन पर कार...
मुम्बई का सफर हुआ आसान:राजधानी एक्सप्रेस का ग्वालियर स्टेशन पर मिला दो मिनट का स्टॉपेज, पहले ही दिन 35 मिनट देरी से आई ट्रेन
भोपाल संभाग, राज्य समाचार, विविध, संपादकीय

मुम्बई का सफर हुआ आसान:राजधानी एक्सप्रेस का ग्वालियर स्टेशन पर मिला दो मिनट का स्टॉपेज, पहले ही दिन 35 मिनट देरी से आई ट्रेन

ग्वालियर सांसद विवेक शेजवलकर ने दिखाई हरी झंडीमुम्बई से ट्रेन में सफर कर आए सांसद ग्वालियर शहर के लोगों के लिए एक अच्छी खबर है। अब ग्वालियर स्टेशन पर मुम्बई-दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस का दो मिनट का स्टॉपेज मिला है। रविवार सुबह राजधानी एक्सप्रेस मुम्बई के छत्रपति शिवाजी टर्मिनल से चलकर ग्वालियर पहुंची। पहले ही दिन ट्रेन 35 मिनट देरी से आई है। ट्रेन का समय 6.09 बजे का था, लेकिन ट्रेन 6.44 बजे ग्वालियर पहुंची है। ट्रेन में मुम्बई से सांसद ग्वालियर विवेक नारायण शेजवलकर सवार होकर आए हैं। यहां ग्वालियर स्टेशन पर ढोल बाजों के शोर के बीच सांसद ग्वालियर ने ट्रेन को आगे के लिए हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। छह से सात घंटे कम लगेगा समय ग्वालियर से मुंबई जाने के लिए अभी तक एक भी सुपरफास्ट ट्रेन नहीं थी। अभी तक ग्वालियर से मुंबई जाने के लिए 21.26 घंटे का समय लगता था। लेकिन राजधानी के ग्वालियर में ठहर...
प्रणब की किताब में दावा:भारत में मिलना चाहता था नेपाल, नेहरू नहीं माने; इंदिरा होतीं तो सिक्किम की तरह मिला लेतीं
इतिहास की गाथा, कहानी, राजधानी समाचार, राज्य समाचार, विविध, संपादकीय

प्रणब की किताब में दावा:भारत में मिलना चाहता था नेपाल, नेहरू नहीं माने; इंदिरा होतीं तो सिक्किम की तरह मिला लेतीं

पूर्व राष्ट्रपति दिवंगत प्रणब मुखर्जी की किताब ‘द प्रेसिडेंशियल ईयर्स’ बाजार में आई, लिखा- मोदी को असहमति के सुर भी सुनने चाहिए पूर्व राष्ट्रपति स्वर्गीय प्रणब मुखर्जी की किताब ‘द प्रेसिडेंशियल ईयर्स’ मंगलवार काे बाजार में आ गई। इसमें एक और चौंकाने वाला दावा किया गया है। इसके मुताबिक, ‘नेपाल भारत का राज्य बनना चाहता था, लेकिन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने नेपाल के राजा त्रिभुवन बीर बिक्रम शाह के इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया था। इस पर नेहरू की प्रतिक्रिया थी कि नेपाल एक स्वतंत्र राष्ट्र है। उसे हमेशा ऐसे ही रहना चाहिए।’ प्रणब आगे लिखते हैं, ‘अगर पंडित नेहरू की जगह इंदिरा गांधी होतीं, तो शायद वे अवसर का फायदा उठातीं, जैसा उन्होंने सिक्किम के साथ किया।’ उनकी इस किताब में देश के मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कार्यशैली के बारे में भी तमाम बातें हैं। ‘मोदी को संसद में मौजूदगी बढ़ान...
कोरोना के चलते अब लिपस्टिक नहीं आंखों के मेकअप का दौर, घर बने दफ्तर तो दवा टेलीमेडिसिन बनी
आर्थिक जगत, राजधानी समाचार, राज्य समाचार, लाइफ स्टाइल, विविध, संपादकीय

कोरोना के चलते अब लिपस्टिक नहीं आंखों के मेकअप का दौर, घर बने दफ्तर तो दवा टेलीमेडिसिन बनी

वुहान से निकले कोरोनावायरस ने कुछ महीनों में ही तकरीबन पूरी दुनिया में लोगों की जिंदगी बदल डाली है। बार-बार हाथ सैनिटाइज करना, घर से बाहर निकलते वक्त मास्क पहनना, हाथ ना मिलाना, दो गज की दूरी रखना, ये सारी बातें अब हमारी जिंदगी का जरूरी हिस्सा हैं। एक वायरस ने चुपचाप कैसे हम पर असर डाला है, इसका अंदाज इस फैक्ट से लगाया जा सकता है कि मास्क के चलते दुनियाभर में लिपस्टिक की बिक्री में 28% की बड़ी गिरावट आ गई। महिलाएं अब आंखों और बालों के मेकअप पर ज्यादा ध्यान दे रही हैं। इतना ही नहीं इस महामारी ने हमारे काम करने, पढ़ने, शॉपिंग करने जैसी कई जरूरी एक्टिविटीज का भी तरीका बदल दिया। एम्पलाइज के लिए वर्क फ्रॉम होम और बच्चों के लिए ई-लर्निंग एक परमानेंट ऑप्शन बन चुका है। ये सभी बदलाव 2021 के न्यू नॉर्मल हैं। तो आइए जानते हैं इन्हीं न्यू नॉर्मल को जो नए साल में हमारे लिए जरूरी होंगे अब आई मेकअप...
किसान आंदोलन की ग्राउंड रिपोर्ट:कहानी उस संगठन की जो किसानों के लिए आईटी सेल का काम कर रहा है, जिसने आंदोलन को हाईटेक बनाया
आंदोलन, राजधानी समाचार, राज्य समाचार, विविध, संपादकीय

किसान आंदोलन की ग्राउंड रिपोर्ट:कहानी उस संगठन की जो किसानों के लिए आईटी सेल का काम कर रहा है, जिसने आंदोलन को हाईटेक बनाया

ग्रुप के 150-200 मेंबर्स हर समय टिकरी बॉर्डर पर मौजूद रहते हैं, जो हर नई जानकारी सोशल मीडिया पर शेयर करते हैं टिकरी बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन के मुख्य मंच के पास ही एक टेंट लगा हुआ है। टेंट के भीतर चार-पांच युवा बैठे हैं और सभी अपने-अपने मोबाइल पर तेजी से कुछ टाइप कर रहे हैं। पूछने पर मालूम चलता है कि ये लोग असल में किसानों के आईटी सेल का काम कर रहे हैं। मंच से जो भी घोषणाएं हो रही हैं, आंदोलन से जुड़े जो भी नए अपडेट आ रहे हैं, ये लोग उन्हें तेजी से सोशल मीडिया के जरिए एक-एक किसान तक पहुंचाने का काम कर रहे हैं। इन युवाओं में कोई इंजीनियरिंग का छात्र है, कोई स्कूल का छात्र है, तो कोई ग्रैजुएशन या पोस्ट-ग्रैजुएशन का छात्र। कुछ ऐसे भी हैं, जो कॉलेज की पढ़ाई पूरी कर चुके हैं और किसी मल्टी-नैशनल कंपनी में नौकरी कर रहे हैं। सोशल मीडिया का पूरा ऐल्गोरिद्म बारीकी से समझने वाले ये युवा अ...