
नईदिल्ली | आगामी 2019 लोकसभा चुनाव की तारीख चुनाव आयोग ने तय कर दी हैं चुनाव तारीखों की घोषणा करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त बताया कि इस बार सात चरणों में लोकसभा चुनाव कराए जाएंगे. 11 अप्रैल को पहले चरण की वोटिंग के बाद 18 अप्रैल, 23 अप्रैल, 29 अप्रैल, 6 मई, 12 मई और 19 मई को बाकी चरणों की वोटिंग होनी है. वही विपक्ष चुनावो की तय तारीख को लेकर विरोध कर कर रहे हैं विपक्षी पार्टियों का कहना हैं कि बिहार, यूपी और बंगाल में सात चरण में चुनाव होने हैं और इन तीनों राज्यों में अल्पसंख्यक आबादी काफी ज्यादा है. उन्होंने कहा कि रोजे के दौरान वोटिंग करनी होगी, चुनाव आयोग को इसका ध्यान रखना चाहिए था. फरहाद हकीम ने ये भी आरोप लगाया कि बीजेपी नहीं चाहती कि अल्पसंख्यक अपना वोट करें. वही इस्लामिक स्कॉलर और लखनऊ ईदगाह के इमाम व शहरकाजी मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने 6 मई से 19 मई के बीच होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर कड़ी नाराजगी जताई है. उन्होंने कहा है कि 5 मई को मुसलमानों के सबसे पवित्र महीने रमजान का चांद देखा जाएगा. अगर चांद दिख जाता है तो 6 मई से रोजे शुरू हो जाएंगे. उन्होंने कहा कि रोजे के दौरान देश में 6 मई, 12 मई व 19 मई को मतदान होगा, जिससे देश के करोड़ों रोजेदारों को परेशानी होगी. हालांकि, चुनाव की घोषणा करते हुए सीईसी सुनील अरोड़ा ने कहा था कि पर्व-त्योहारों का ध्यान रखते हुए तारीख तय की गई हैं.मौलाना खालिद रशीद फिरंगी ने ये भी कहा कि चुनाव आयोग को देश के मुसलमानों का ख्याल रखते हुए चुनाव कार्यक्रम तय करना चाहिए था. उन्होंने चुनाव आयोग से मांग की है कि वह 6, 12 व 19 मई को होने वाले मतदान की तिथि बदलने पर विचार करे.