
भोपाल | भोपाल एम्स में कार्यरत 40 वर्षीय डॉ. रमेशचंद चौहान की हार्ट अटैक से मौत हो गयी वे एम्स में कम्युनिटी मेडिसिन विभाग में पदस्थ थे। बताया जा रहा हैं की शाम करीब 4 बजे उनके सीने में दर्द उठा उनकी पत्नी ने उन्हें तुरंत सीपीआर दिया और उन्हें तुरंत अपने पडोसी की मदद से एम्स में भर्ती कराया गया लेकिन देर रात उनकी मौत हो गयी
अस्पताल में सिर्फ एक ही एम्बुलेंस –
एम्स अस्पताल का सालाना बजट करीब 300 करोड़ रुपए। अभी यहां 35 डिपार्टमेंट चल रहे हैं। अस्पताल में 540 बिस्तरों की सुविधा है और करीब 2000 मरीज यहां रोजाना इलाज के लिए पहुंचते हैं। भारी-भरकम बजट को खर्च करने के लिए तमाम तरह की सुविधाओं का दावा तो एम्स प्रबंधन करता है। लेकिन इन सबके बावजूद यहां सिर्फ एक एंबुलेंस है और उसमें भी लाइफ सपोर्ट सिस्टम नहीं है। डॉ. चौहान की मौत के बाद एम्स प्रबंधन ने आनन-फानन में बैठक बुलाई और तीन एंबुलेंस खरीदने पर विचार-विमर्श किया गया। बैठक में तय किया गया है कि तीन एंबुलेंस 10 साल के लिए अाउटसोर्स की जाएंगी। इसके लिए 36 लाख का प्रावधान करने की योजना है।