Tuesday, October 21

विचारों को नहीं कर सकते कैद- मेहबूबा मुफ़्ती

नईदिल्ली | जम्मूकश्मीर में 14 फरवरी को हुए आतंकवादी हमले के बाद से जम्मूकश्मीर में सुरक्षाबलों के द्वारा लगातार जाँच की जा रही हैं, वही सरकार के द्वारा सभी अलगाववादी नेताओ की सुरक्षा भी बापिस ले ली गयी हैं, अब इसी कड़ी मेशुक्रवार रात जेकेएलएफ प्रमुख यासीन मलिक को हिरासत में ले लिया गया. इसके अलावा पाकिस्तान की ओर से आतंकी गतिविधियों की आशंका के मद्देनजर सीमा पर भी चौकसी बढ़ाई गई है. वहीं शनिवार सुबह लाल चौक पर तिरंगा फहराने गए अकाली दल के कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया है. इन गिरफ्तारियों के बाद जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री मेहबूबा मुफ़्ती ने ट्वीट कर कहा की पिछले 24 घंटे में हुर्रियत नेताओं और जमात संगठन के कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया जा चुका है. मनमाने तरीके से उठाया गया ये कदम जम्मू-कश्मीर में मुद्दों को उलझा देगा. किस बिनाह पर नेताओं की गिरफ्तारी हुई? आप किसी शख्स को कैद कर सकते हो, उसके विचारों को नहीं.’

पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के प्रमुख सज्जाद लोन ने  ने भी ट्वीट कर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा हैं की लगता है सरकार गिरफ्तारी का फायदा उठाना चाहती है, लेकिन सावधान हो जाएं क्योंकि 1990 में भी बड़ी तादाद में गिरफ्तारियां हुई थीं, नेताओं को जोधपुर और देश के अलग-अलग हिस्सों में भेजा गया. हालात ज्यादा बिगड़े. यह पहले से आजमाया हुआ एक विफल मॉडल है, कृपया यह बंद करें, यह काम नहीं आना वाला, हालात और खराब होंगे.’

सीआरपीएफ के काफिले पर बीती 14 फरवरी को हुए आतंकी हमले के आठ दिन बाद गिरफ्तारियों की यह कार्रवाई हुई है. पुलवामा हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गये थे. हमले के बाद से राज्य में पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है. साथ की सुरक्षाबलों की 100 और कंपनियों को जम्मू कश्मीर में तैनात किया गया है. बता दे इन अलगाववादी नेताओ की सुरक्षा केंद्र सरकार के द्वारा बापिस ले ली गयी हैं जिसके बाद अब इन नेताओ की गिरफतरी शुरू हो गयी हैं