भोपाल| सफलता और संतुष्टि में बड़ा अंतर होता है। किसी पद को प्राप्त करने की सफलता संतुष्टि का आधार नहीं होती। संतुष्टि सफल परिणामों से मिलती है। सफलता किसी पद पर बने रहने तक होती है, जबकि संतुष्टि सारा जीवन साथ चलती है। और यही मेरे जीवन का सबसे बड़ा फंडा है और मैं संतुष्टि के लिए काम करता हूं ये बकया प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भोपाल के मीटो हाल में आईएएस सर्विस मीट का शुभारंभ के मौके पर कही ुर चर्चा करने हुए मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा की रिटायरमेंट के साथ ही अचीवेंट खत्म हो जाता है, लेकिन संतुष्टि नहीं। ये बदलती दुनिया, बदलते देश का दौर है, अफसरों को भी वक्त के साथ बदलाव लाना होगा।