Monday, September 22

नेताजी के रिश्तेदार होने का बेजा लाभ उठा रहे हैं जेलर नरेन्द्र कटारे

गंजबासौदा। DSCN8991सुनील पंथी नेताजी के रिश्तेदार होने का बेजा लाभ उठा रहे हैं जेलर नरेन्द्र कटारे बासौदा उपजेल में पदस्थ जेलर नरेन्द्र कटारे नेता प्रतिपक्ष सत्यदेव कटारे के रिश्तेदार बताए जाते हैं इसी का लाभ लेकर जेलर महोदय जेल में मानव अधिकारों का खुला हनन कर रहे हैं। यह आरोप कोई हम नहीं लगा रहे यह बासौदा उप जेल की हकीकत है। जेल में बंद किए जाने वाले व्यक्ति से काम न करने के लिए सेवा शुल्क की मांग की जाती है। सेवा शुल्क न देने पर आमानवीयकृत कराये जाते हैं। इतना ही नहीं जेलर महोदय की सांठ-गांठ स्थानीय नेताओं से है जिनके संरक्षण का लाभ उठा कर जेलर महोदय जैसी सेवा वैसी मेवा का फार्मूला अपनाए हुए हैं।
विदिशा जिले के जिम्मेदार अधिकारी अधिकारियों के पास इतना वक्त भी नहीं है के जेल में बंद साधारण धाराओं के कैदियों का हाल जान सकें। वहां बंद सजाआफता कैदियों की रंगदारी के चलते साधारण कैदी बेहद परेशान रहते हैं। पर डर के मारे किसी से कुछ नहीं कह पाते। इतना ही नहीं साधारण धाराओं में बंद कैदियों के नाते रिश्तेदारों से सामान की डिमांड की जाती है। आज यदि गंजबासौदा उपजेल का औचक निरीक्षण किया जाए तो मानवअधिकारों के हनन का सीधे मामले सामने दिखाई देंगे। पर निरीक्षण के पहले ही जेल में तंत्र सूत्रों से जानकारी लग जाती है और सब कुछ सामान्य सा कर दिया जाता है। जनउत्थान समिति ने इस बारे में मानवअधिकार आयोग के लिए पत्र लिखकर जांच कराने की मांग की है कि जेल में बंद कैदियों के साथ किये जा रहे हैं बरताव की जांच की जाए। आज सरकार ने भी जेल में बंद कैदियों की सुविधा के लिए कई तरह की योजनाएं चला रखीं हैं जिससे उनके साथ किसी तरह की जातती न हो सके। स्वयं सेवी संस्थाएं भी समय पर समय पर इस तरह की गतिविधियों पर निगाहें रखे हुए हैं। बावजूद इसके गंजबासौदा के जेलर की मनमानी का मामला समझ से परे दिखाई दे रहा है। जबकि ऐसे कई कैदी हैं जिनकी बासौदा उपजेल से भोपाल या अन्य जगह स्थानांतरण की मांग की जाती रही है। पर इस ओर किसी का ध्यान नहीं है जिसका खामियाजा साधारण धाराओं में बंद कैदियों उठाना पड़ रहा है।