नई दिल्ली. कर्मचारी चयन आयोग (SSC) की परीक्षा में धांधली और पेपर लीक मामले की जांच अब सीबीआई करेगी। सोमवार को सरकार ने यहां प्रदर्शन कर रहे स्टूडेंट्स की मांग मान ली है। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और समाजसेवी अन्ना हजारे का भी इन लोगों को समर्थन मिला है। मामला तूल पकड़ने के बाद सरकार ने पहले दिल्ली के प्रभारी और सांसद मनोज तिवारी को मैदान में उतारा था। तिवारी ने स्टूडेंट्स के साथ मीटिंग की। बाद उन्होंने गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की थी। उधर, स्टूडेंट्स का कहना है कि हम अपना विरोध तभी खत्म करेंगे, जब हमें जांच के फॉर्मेट के बारे में बताया जाएगा।
– राजनाथ सिंह ने सोमवार को कहा, “हमने प्रदर्शन कर रहे कैंडिडेट्स की मांगें मान ली हैं। सीबीआई जांच के आदेश दे दिए हैं। अब कैंडिडेट्स को प्रदर्शन खत्म कर देना चाहिए।”
– सीबीआई जांच के फैसले पर सांसद मनोज तिवारी ने खुशी जताई।
छात्रों का क्या कहना है?
– कर्मचारी चयन आयोग के बाहर प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना है कि लिखित जानकारी आने के बाद ही विरोध खत्म किया जाएगा।- छात्र 27 फरवरी से एसएससी दफ्तर के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं। इनकी तादाद 2000 से ज्यादा बताई जा रही है।
मामला क्या है?
– 22 फरवरी को ग्रेजुएट लेवल टियर-II की परीक्षा हुई थी। इसके पहले पार्ट में 17 फरवरी को भी दिल्ली के एक सेंटर पर एग्जाम कराया गया। इसी में पेपर लीक का आरोप लगाया जा रहा है। छात्रों का कहना है कि इस मामले की जांच सीबीआई करे।
– बताया जा रहा है कि परीक्षाओं में धांधली से तंग आकर कुछ स्टूडेंट्स ने सोशल मीडिया में मुहिम छेड़ी थी।
– इसके बाद बिहार, यूपी, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, राजस्थान, महाराष्ट्र समेत देशभर के अलग-अलग राज्यों छात्र यहां पहुंचना शुरू हो गए। प्रदर्शन कर रहे स्टूडेंट्स में ज्यादातर दिल्ली में परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं।