Sunday, October 19

अब बेचारे नीमो ने लगाई दीवालियां घोषित होने की अर्जी

भोपाल। नीमो यानि नीरव मोदी ने जिस तरीके से बैंक अधिकारियों से सांठ-गांठ कर ११ हजार ३०० करोड़ रूपए पीएनबी से ऋण के रूप में लिए और देश के बाहर अकूत संपदा का अर्जन करने के साथ बेल्जियम की नागरिकता भी ले ली। राशि हड़पने के बाद देश छोडऩे का पुण्य कार्य कार डाला। हालाकि उनकों इसमें पहला स्थान हासिल नहीं हो सका है। कारण उसके पहले माननीय माल्या जी भी देश को चूना लगाकर देश छोड़ चुके है। देश छोडऩे के बाद मीडिया विलाप चलता रहेगा। नेताओं का आलाप बीच-बीच में गंूजता रहेगा। लेकिन इस बीच नमो यानि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तर्ज पर नीमो या नीरव मोदी जी ने अपनी गरीबी का जिक्र करते हुए दीवालियां घोषित करने की अर्जी लगाई है। वहीं हमारे प्रदेश के एक किसान ने ऋण न चुका पाने के कारण बैंक की प्रताडऩा से घबराकर जीवन लीला ही समाप्त कर ली है। हमारे देश की बैंके और बिभाग ऐसे बसूली महकमे है जो पुलिस और राजस्व की मदद से किसी को भी आत्महत्या के लिए मजबूर कर सकते है। इनका बस तो केवल देश की गरीब या असहाय जनता पर चलता है। उद्योगपतियों, राजनेताओं पर नहीं। हम तो भारत सरकार से निवेदन करते है कि वे हमारे दुखी, बेबस और असहाय हो चुके हीरों के कारोबारी अकूत संपदा के मालिक नीमो भाई को दीवालियां घोषित कर दो साथ ही उनकी मनरेगा के तहत कुछ मदद भी की जाए। धन्यवाद, भारत सरकार