विदिशा। विदिशा जिला मुख्यालय को एक बड़ी सौगात के रूप में मेडीकल कॉलेज उपलब्ध कराने के प्रयास सरकारी स्तर पर चल रहे है। हाल ही खबर आईं है कि मेडीकल कॉलेज में आगामी सत्र से कक्षाएं संचालित की जा सकती है। अब देखने वाली बात यह है कि मेडीकल कॉलेज के साथ स्थापित होने वाला अस्पताल आम लोगों के रोगो को हरने में किस तरह मददगार साबित होगा। कारण पूरे प्रदेश में डॉक्टरों की कमी खासकर विशेषज्ञों की कमी का मुद्दा गहराता रहता है। प्रदेश के महानगरों से लेकर देश के महानगरों के होनहार बच्चे डॉक्टर बनकर अपनी सेवाएं महानगरों में ही देना पसंद करते है। उनके अपने निजी नर्सिंग होम होते है या वे किसी निजी नर्सिंग होम पर सशुल्क सेवाएं देना चाहते है। एमबीबीएस से एमडी तक के चिकित्सक गांवों में जाना और खासकर रूकना पसंद नहीं करते है। ऐसे में ग्रामीण अंचल आज भी स्वास्थ्य सुविधाओं से महरूम सा है। ऐसे में विदिशा जिला मुख्याल पर मेडीकल कॉलेज शुरू होने की खबर जिले के आम लोगों के लिए राहत भरी खबर हो सकती है। बाकी इसके क्रियान्वयन पर ही निर्भर करेगा कि वहां कैसी स्थिति निर्मित होती है। प्रदेश भर के होनहार अब विदिशा मेडीकल कॉलेज से अपनी पढ़ाई कर कैसी सेवाएं देते है। क्यों विदिशा मुख्यालय पर विशेषज्ञ चिकित्सकों की उपस्थिति दर्ज कराने में सरकार कामयाब होती है या नहीं। अकेली बडे क्षेत्र में बिल्डिंग और यंत्रों की जमावट भर से आम लोगों के रोगों में राहत से उनके मनो मस्तिष्क में जीवन की सुरक्षा का सवाल कुलबुलाना बंद करेगा या जैसा पहले होता आया है वैसा ही ढर्रा चलता रहेगा।