
जलालाबाद.अफगानिस्तान में इंडियन कॉन्स्युलेट को बुधवार को फिर सुसाइड अटैक के जरिए निशाना बनाया गया। रिपोर्ट के मुताबिक, जलालाबाद में हुए हमलों में सभी पांच आतंकी मार गिराए गए हैं। इसके अलावा हमले में एक पुलिसकर्मी, महिला समेत 19 नागरिक भी जख्मी हुए हैं। अफगान सिक्युरिटी फोर्स के साथ आईटीबीपी के जवानों ने आतंकियों का जमकर मुकाबला किया।
– रिपोर्ट के मुताबिक, कॉन्स्युलेट के गेट के बाहर एक आतंकी ने खुद को विस्फोट कर उड़ा लिया।
– इसके बाद इलाके में कई धमाकों और हैवी फायरिंग की आवाज सुनी गई।
– इस बीच, अफगान सिक्युरिटी फोर्स और आईटीबीपी ने मोर्चा संभाला।
– इसके अलावा आतंकियों के पॉजिशन्स को जानने के लिए दो हेलिकॉप्टर्स से भी इलाके की पैट्रोलिंग की गई।
– ब्लास्ट के फौरन बाद इंडियन और पाकिस्तानी कॉन्स्युलेट से लगी सड़क की घेराबंदी कर दी गई।
– इससे पहले एमईए ने कॉन्स्युलेट के सभी कर्मचारी के सेफ होने की जानकारी दी।
जनवरी में हो चुके हैं चार बड़े हमले
– 19 जनवरी में काबुल में रशियन एम्बेसी के सामने तालिबान का एक सुसाइड अटैक हुआ था। इसमें चार महिला समेत 7 लोगों की मौत हो गई थी। जिस जगह ब्लास्ट हुआ, उसके पास ही में पार्लियामेंट है।
– 13 जनवरी को जलालाबाद में सुसाइड अटैक कर पाकिस्तानी कॉन्स्युलेट को निशाना बनाया गया था। इसमें दो पुलिसवाले समेत अफगान फोर्स के 7 सैनिकों की मौत हुई थी। आईएसआईएस ने हमले की जिम्मेदारी ली थी।
– 3 जनवरी को इंडियन कॉन्स्युलेट पर आतंकी हमला हुआ था। चार आतंकियों ने मारे जाने से पहले कॉन्स्युलेट की दीवारों पर खून से नारे लिखे थे। एक मैसेज में लिखा था- ‘अफजल गुरु का इंतकाम’। दूसरा नारा था- ‘एक शहीद और हजार फिदायीन’। 25 घंटे चले एनकाउंटर के बाद सभी चार आतंकियों को मार गिराया गया था।
– 1 जनवरी को काबुल के एम्बेसी इलाके में धमाका हुआ। जहां ब्लास्ट हुआ, वह जगह इंडियन एम्बेसी से ढाई किमी दूर थी।
– 13 जनवरी को जलालाबाद में सुसाइड अटैक कर पाकिस्तानी कॉन्स्युलेट को निशाना बनाया गया था। इसमें दो पुलिसवाले समेत अफगान फोर्स के 7 सैनिकों की मौत हुई थी। आईएसआईएस ने हमले की जिम्मेदारी ली थी।
– 3 जनवरी को इंडियन कॉन्स्युलेट पर आतंकी हमला हुआ था। चार आतंकियों ने मारे जाने से पहले कॉन्स्युलेट की दीवारों पर खून से नारे लिखे थे। एक मैसेज में लिखा था- ‘अफजल गुरु का इंतकाम’। दूसरा नारा था- ‘एक शहीद और हजार फिदायीन’। 25 घंटे चले एनकाउंटर के बाद सभी चार आतंकियों को मार गिराया गया था।
– 1 जनवरी को काबुल के एम्बेसी इलाके में धमाका हुआ। जहां ब्लास्ट हुआ, वह जगह इंडियन एम्बेसी से ढाई किमी दूर थी।
– काबुल में इंडियन कॉन्स्युलेट पर 2008 और 2009 में भी हमला हो चुका है।
– वहीं, मई 2014 में हेरात में भी आतंकियों ने इंडियन एम्बेसी को निशाना बनाया था।
– इसके पहले जलालाबाद में इंडियन एम्बेसी में हुए हमले में 9 लोगों की मौत हुई थी।
– वहीं, मई 2014 में हेरात में भी आतंकियों ने इंडियन एम्बेसी को निशाना बनाया था।
– इसके पहले जलालाबाद में इंडियन एम्बेसी में हुए हमले में 9 लोगों की मौत हुई थी।