Monday, October 20

एक 7 साल की मासूम को बचाने लपटों के बीच घुसा पिता और बेटी दोनों जिंदा जल गए।

करौली-राजस्थान। करौली  एक गांव में आग की लपटों के बीच एक दर्दनाक हादसा हो गया। एक 7 साल की मासूम को बचाने लपटों के बीच घुसा पिता और बेटी दोनों जिंदा जल गए। गांव वाले देखते रह गए, लेकिन कोई भी दोनों को बचा नहीं सका। दिल दहलाने वाली इस घटना से पूरा गांव स्तब्ध है और पूरे गांव में मातम का माहौल बन गया है।
यह दर्दनाक घटना सपोटरा के अडूदा गांव की है। यहां ईंट भट्टों पर काम करने के लिए 15 से 20 परिवार रहते हैं। सभी यहां अस्थाई झोंपड़ी में रह रहे थे। सभी उत्तर प्रदेश के हैं। सोमवार को तड़के करीब 3 बजे इस अस्थाई झोंपड़ी के तिरपाल में चिमनी से आग लग गई। तेजी से आग ने पूरी झोपडिय़ों को कब्जे में ले लिया।
आग लगी तो आनन-फानन में सभी लोग बाहर की ओर भागे। परिवारों के लोगों ने अपने-अपने सदस्यों को बाहर निकाल लिया, लेकिन सात साल की मासूम रूबी अंदर ही सोती रह गई। अचानक रूबी के पिता 42 वर्षीय अजय रहदास को बेटी का ध्यान आया। उसने हिम्मत दिखाते हुए आग की लपटों में प्रवेश करने का फैसला किया। गांव वालों ने मना भी किया, लेकिन बेटी को बचाने वह लपटों में कूद पड़ा। अचानक लपटें और तेज हो गई। अंदर घुसा अजय फिर लौट नहीं सका। रूबी पहले ही झुलस चुकी थी, पिता अजय को भी आग ने लील लिया।

अजय और उसकी बेटी रूबी की मौत के बाद न केवल ईंट-भट्टों पर काम करने वालों के बीच मातम छा गया, बल्कि पूरे गांव में भी सन्नाटा छा गया है। घटना स्थल पर पूरा गांव इकट्ठा हो गया है। दोनों की मौत से पूरा इलाका स्तब्ध है।