Wednesday, September 24

बेतवा नदी नौलखी के कवीट घाट पर प्रस्तावित स्टापडेम की ड्राइंग व डिजाइन इसी सप्ताह मिल जाएगी।

गंजबासौदा  बेतवा नदी नौलखी के कवीट घाट पर प्रस्तावित स्टापडेम की ड्राइंग व डिजाइन इसी सप्ताह मिल जाएगी। इसके बाद स्टापडेम निर्माण का कार्य बेतवा नदी पर प्रारंभ करने का रास्ता साफ हो जाएगा। स्टापडेम निर्माण के लिए ड्राइंग डिजाइन बनाने का कार्य आरजीवीपी कालेज भोपाल को सौंपा गया है। नगर की नई जल आवर्धन योजना को गर्मी में संचालित करने के लिए इस स्टापडेम का निर्माण प्रस्तावित किया गया है। जिससे गर्मी के दिनों में योजना के लिए पानी की कमी न आ सके

स्टापडेम को आगामी पचास सालों में जल आपूर्ति की जरूरत को ध्यान में रखकर बनाया जा रहा है। वर्तमान में नगर की जनसंख्या एक लाख के आसपास है। आने वाले पचास सालों में आबादी ढाई गुनी से ‘ज्यादा भी हो सकती है। इससे स्टापडेम की क्षमता 6.2 मिलियन क्यूबिक मीटर एमसीएम रखी गई है। वर्तमान में नगर के लिए पचास साल पहले जो नल जल योजना 1960 के दशक में शुरु की गई थी। उसकी क्षमता मात्र 25 हजार की आबादी को पानी सप्लाई देने की थी। इसी के कारण सन् 1993 में जब नगर में पेयजल की मांग बढ़ी तो तत्कालीन विधायक डा.रामनारायण तेनगुरिया के प्रयास से पुराने मेला ग्राउंड में नलकूप आधारित नल जल योजना स्थापित की गई। अब दोनों योजनाएं भी मिलकर नगर को जल सप्लाई नहीं दे पा रही ह

जून से पहले निर्माण पूरा करने का लक्ष्य है

योजना के प्रभारी उपयंत्री आरपी तिवारी ने बताया स्टापडेम निर्माण के लिए जून 2016 तक का लक्ष्य रखा गया है। गुजरात के जिस ठेकेदार को स्टापडेम निर्माण का काम दिया गया है उसने भी पांच महीने में कार्य पूरा करने का भरोसा दिया है। मौके का सर्वे और फिलिंग का कार्य पूरा हो चुका है। ड्राइंग तैयार होते ही कार्य शुरु हो जाएगा। निर्माण के लिए प्रस्ताव 9 करोड़ 83 लाख 36 हजार रुपए का था। लेकिन टेंडर कम में जाने से नपा को निर्माण मेंं 90 लाख रुपए का फायदा होगा। 8 करोड़ 90 लाख ए में यह डेम बनेगा।

वर्तमान में नपा के पास 3500 के लगभग जल उपभोक्ता हैं। पुरानी योजना से नए उपभोक्ताओं को जोडऩा संभव नही था। नए उपभोक्ताओं को जोडऩे का काम भी नई जल आवर्धन योजना के प्रारंभ होते ही शुरु हो जाएगा। नई योजना प्रारंभ करने के लिए भी नए कनेक्शनों की आवश्यकता है। इसके बाद ही योजना चल पाएगी।

बेतवा नदी के नौलखी कबीट घाट पर प्रस्तावित स्टापडेम की लंबाई 263 मीटर है। जबकि इसकी ऊंचाई साढ़े चार मीटर रहेगी। डेम में इतना पानी रहेगा की गर्मी के दौरान कभी भी जल आवर्धन योजना को सप्लाई कम नहीं पड़ेगी। नई जल आवर्धन योजना की क्षमता 24 एमएलडी की है। बिना स्थाई स्टापडेम निर्माण के योजना को जल उपलब्ध कराना संभव नहींं हो सकता है

पिछले 30 सालों में नगर का विकास तेज गति से हुआ है। आधी आबादी में नल जल योजना की पाइप लाइन ही नहीं थी। इससे आधी आबादी में जल सप्लाई नहीं पहुंचती है। नई योजना मे ऐसे सभी इलाकों को जोड़ा गया है। इसके कारण करीब 80 किलो मीटर लंबी छोटी बड़ी नई पाइप लाइनें बिछाई गई हैं।