
इस्लामाबाद। पाकिस्तान की बाचा खान यूनिवर्सिटी में बुधवार सुबह हथियारों से लैस आतंकवादी घुसे और वहां छात्रों-प्रोफेसर पर अंधाधुंध फायरिंग की। इसमें कम से कम 25 लोगों के मारे जाने की खबर है। वहीं 50 से अधिक लोग घायल हैं, जिनमें कुछ की हालत गंभीर बनी हुई। इसलिए मृतकों का आंकड़ा बढ़ भी सकता है। उनका इलाज किया जा रहा है। इधर सेना का ऑपरेशन खत्म हो चुका है। सेना ने सभी आतंकवादियों को मार गिराया है। गनीमत रही कि आत्मघाती बम पहने आतंकी खुद को उड़ाने से पहले ही मारे गए वरना मरने वालों की संख्या कई गुना हो सकती थी। मरने वालों में एक केमिस्ट्री के प्रोफेसर हामिद हुसैन भी हैं। वहीं कहा जा रहा है कि हमलावरों ने 50 से 60 छात्रों के सिर पर गोली मारी है। हमले की जिम्मेदारी तहरीक-ए-तालिबान ने ली है। वहीं पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कहा कि आतंक का कोई मजहब नहीं होता और लोगों की कुर्बानी का जाया नहीं जाने दिया जाएगा। उधर, भारत ने भी इस घटना की कड़ी निंदा की है। गौरतलब है कि 16 दिसंबर 2014 को पेशावर के आर्मी पब्लिक स्कूल पर हुए आतंकी हमले में 141 लोगों की मौत हो गई थी। इनमें 132 बच्चे थे।
सेना ने संभाला मोर्चा तो ढेर हुए आतंकी
पाकिस्तान सेना पेशावर से विश्वविद्यालय पहुंची और वहां पहुंचकर अभियान शुरू किया। सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल असीम सलीम बाजवा ने बताया कि विश्वविद्यालय को खाली कराने के सुरक्षा बलों के अभियान के दौरान चार आतंकवादी मारे गए। निशानेबाजों ने छत पर दो और आतंकवादियों को मार गिराया।
स्कूलों को बंद किया गया, पेशावर में अलर्ट
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के नेता और प्रांतीय सांसद शौकत यूसुफजई ने कहा कि शहर के सभी अस्पतालों में आपात स्थिति की घोषणा कर दी गई है। इलाके में सभी स्कूलों को बंद कर दिया गया है।