
सूरत. राजद्रोह के मामले में जेल में बंद पाटीदार आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल ने आनंदीबेन पटेल को लेटर लिखा है। इसमें आनंदीबेन के एक भाषण का जिक्र करते हुए लिखा है, “सीएम ने पटेल समाज को स्वार्थी और चोर के रूप में पेश किया। पटेल समाज के लिए ऐसे शब्दों के प्रयोग से मुझे कतई दुख नहीं हुआ, लेकिन ‘बेन’ आप पटेल हैं भी या नहीं, यह सवाल मुझे सताता है।’
बीजेपी तो मुझे जेल में ही खत्म कर देगी…
– छह पेज के लेटर में हार्दिक ने लिखा है कि बीजेपी सरकार ने पहले पाटीदारों पर झूठे केस लगाए, अब वापस ले रही है। सरकार की हालत थप्पड़ मारकर माफी मांगने वाली कहावत जैसी हो गई है।
– इस नेता ने आगे लिखा है, लगता है बीजेपी मुझे जेल में ही खत्म कर देगी। यदि बाहर निकाला तो बीजेपी को नुकसान होगा। बीजेपी का एडमिनिस्ट्रेशन अंग्रेजों के एडमिनिस्ट्रेशन को भी शर्मिंदा कर दे।
पटेल बीजेपी की जागीर नहीं
हार्दिक ने यह भी लिखा है, “पटेल बीजेपी की जागीर नहीं हैं, इसलिए हमारा दमन नहीं करें। हम आपसे अनुरोध करते हैं कि आरक्षण की हमारी मांग का समर्थन करें, नहीं तो हमारा आंदोलन गुजरात के राजनीतिक दृश्य को बदल कर रख देगा।”