Sunday, November 9

बीजेपी-शिवसेना में बढ़ा तनाव

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अखबार ने शिवसेना नेताओं के हवाले से कहा है कि शिवसेना की सबसे बड़ी टेंशन महाराष्ट्र में बीजेपी की बढ़ती लोकप्रियता को लेकर है। पार्टी के नेताओं का मानना है कि बीजेपी की कामयाबी की शिवसेना को बड़ी कीमत चुकानी पड़ सकती है। शिवसेना को इस बात पर भी एतराज है कि फड़णवीस ने कसूरी की किताब की रिलीज वाले फंक्शन में सिक्युरिटी प्रोवाइड क्यों कराई। महाराष्ट्र के कुछ शहरों में होने वाले निगम चुनावों में भी शिवसेना अकेले ही चुनाव लड़ने जा रही है। हाल ही में जब पीएम मोदी महाराष्ट्र के दौरे पर आए थे, तो भी शिवसेना के किसी नेता ने उनसे मुलाकात नहीं की थी। बीजेपी इस बात से नाराज है बीजेपी के एक नेता का कहना है कि बाला साहब ठाकरे के जमाने में प्रमोद महाजन और गोपीनाथ मुंडे उनसे मिलते रहते थे। दोनों पार्टियों के बीच दिक्कत नहीं थी। बाला साहब सरकार चलाने में आने वाली दिक्कतों को बेहतर तरीके से समझते थे। लेकिन अब ऐसा नहीं है। बिहार में भी शिवसेना और बीजेपी अलग-अलग चुनाव लड़ रहे हैं।

एक अंग्रेजी अखबार ने अपने सूत्रों के हवाले से कहा है कि उद्धव ठाकरे जल्द ही शिवसेना कोटे से फड़णवीस सरकार में शामिल सभी मंत्रियों को इस्तीफा देने को कह सकते हैं। बताया जाता है कि शिवसेना ने इसका फैसला सोमवार की घटना के बाद किया। शिवसेना के कुछ नेताओं का मानना है कि पार्टी को अब बीजेपी का व्यवहार देखते हुए अब सरकार में नहीं रहना चाहिए। शिवसेना के एक नेता ने कहा कि पाकिस्तान पर बीजेपी की नीति अब कांग्रेस जैसी हो गई है।महाराष्ट्र में सरकार चला रहे बीजेपी-शिवसेना गठबंधन में तनाव और बढ़ गया है। खबर है कि शिवसेना सुप्रीमो उद्धव ठाकरे अपने मंत्रियों को देवेंद्र फड़णवीस सरकार से इस्तीफा देने को कह सकते हैं। दोनों पार्टियों के बीच सोमवार कोपाकिस्तान के पूर्व फॉरेन मिनिस्टर खुर्शीद अहमद कसूरी की किताब की रिलीज को लेकर विवाद हुआ था। इस किताब को रिलीज करने में शामिल बीजेपी के पूर्व सदस्य सुधींद्र कुलकर्णी के चेहरे पर शिवसैनिकों ने स्याही पोत दी थी। सीएम फड़णवीस ने इस हरकत पर शिवसेना को कड़ी फटकार लगाई थी