
जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना घाटी में पूरी तरह से सक्रिय है। स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर सेना संयुक्त ऑपरेशन चला रही है। इसी कड़ी कड़ी में जवानों को शनिवार को बड़ी कामयाबी मिली हे। कुलगाम जिले में सुरक्षा बलों ने दो आतंकवादी सहयोगियों को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि कुलगाम के कैमोह इलाके के थोकेपारा से उनका पकड़ा है। फिलहाल दोनों से पूछताछ की जा रही है। माना जा रहा है कि आतंकी हमले से जुड़ा कोई बड़ा खुलासा हो सकता है।
यह गिरफ्तारी पहलगाम आतंकी हमले के कुछ दिनों बाद हुई है जिसमें 26 लोगों की जान चली गई थी। यह हमला बैसरन में हुआ था, जिसे ‘मिनी स्विट्जरलैंड’ के नाम से भी जाना जाता है। 26 मृतकों में दो विदेशी और कर्नाटक का एक व्यापारी शामिल है।
जम्मू एवं कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला बादल फटने के बाद स्थिति की निगरानी के लिए अपने आवास से रामबन के लिए निकल गए है। बादल फटने की वजह से क्षेत्र में भारी बाढ़ आ गई थी। बता दें कि पहलगाम में हुए घातक आतंकवादी हमले के बाद अब्दुल्ला को तुरंत श्रीनगर वापस आना पड़ा था।
जम्मू एवं कश्मीर के राजौरी में 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए घातक आतंकवादी हमले के बाद सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। जम्मू-राजौरी-पुंछ राजमार्ग पर संदिग्ध गतिविधियों पर ध्यान रखते हुए आने और जाने वाले वाहनों की गहनता से जांच की जा रही है।
कश्मीर घाटी में आतंकवाद को बढ़ावा देने और उकसावे की कार्रवाई से बाज न आते हुए पाकिस्तान ने एक बार फिर नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर संघर्ष विराम का उल्लंघन किया है। 25-26 अप्रैल की मध्य रात्रि पाकिस्तान की कई सैन्य चौकियों ने बिना किसी उकसावे के गोलीबारी शुरू की, जिसका भारतीय सेना ने करारा जवाब दिया। श्रीनगर स्थित रक्षा विभाग के अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी और बताया कि इस जवाबी कार्रवाई में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।