अहमदाबाद। गुजरात में गुरूवार को कहीं से हिंसा की किसी बड़ी घटना की खबर नहीं है लेकिन तनाव बरकरार है। बुधवार को बड़े पैमाने पर हिंसा का गवाह बना राज्य गुरूवार को पटरी पर लौटता दिखा। तनाव के मद्देनजर राज्य के तीन शहरों सूरत, राजकोट और मेहसाणा में गुरूवार को सेना तैनात कर दी गई।
सेना के एक प्रवक्ता ने बताया कि राज्य के पटेल समुदाय द्वारा ओबीसी दर्जे और शिक्षा एवं रोजगार में आरक्षण की मांग को लेकर प्रदर्शन किए जाने के बाद व्याप्त तनाव के मद्देनजर सेना की तैनाती की गई है। बुधवार को हुई हिंसा में 9 लोग मारे गए थे। 100 से अधिक लोग जख्मी हुए थे। सैकड़ों वाहन फूंक दिए गए थे। लूटपाट की घटनाएं भी हुई थीं।
राज्य में गुरूवार को तनावपूर्ण शांति रही। प्रमुख शहरों में सड़कों पर लगभग सन्नाटा पसरा रहा। स्कूल, कॉलेज बंद रहे। दुकानें भी बंद रहीं लेकिन सरकारी दफ्तरों और बैंकों में रोजाना की तरह कामकाज हुआ। अहमदाबाद, सूरत, राजकोट जैसे कई शहरों में गुरूवार को कर्फ्यू में ढील दी गई जिसमें लोगों ने जरूरत के सामान खरीदे। अधिकारियों का कहना है कि रात का कर्फ्यू अभी जारी रह सकता है।
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