
सीएम मोहन यादव रविवार को नीमच स्थित जावद विभिन्न निर्माण कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन करने पहुंचे थे। सीएम ने घोषणा करते हुए कहा कि सुखानंद तीर्थ स्थल को धार्मिक पर्यटन का केंद्र बनाया जाएगा। थड़ोद स्थित हाई को हायर सेकेंडरी स्कूल का उन्नयन किया जाएगा। सिंगोली स्थित स्वास्थ्य केंद्र का परीक्षण कर उन्नयन करेंगे। जावद में स्थित स्वास्थ्य केंद्र को 100 बिस्तरों का किया जाएगा। आगामी तीन सालों में किसानों को सोलर पंप देकर बिजली के बिलों से मुक्त करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी 3 सालों में किसानों को सोलर पंप दिए जाएंगे। सोलर पंप देने से किसान बिजली के बिल से मुक्त हो जाएंगे। सरकार ने सभी को आगे बढ़ाने का काम किया है। आज विकास दर 12 प्रतिशत गति से बढ़ रही है। मंदसौर नीमच जिले में एक भी खेत सिंचाई से वंचित नहीं रहेगा। सिंचाई परियोजनाओं के निर्माण से प्रत्येक खेत को सिंचाई की सुविधा मिलेगी।
एशिया में चीते प्रोजेक्ट की शुरुआत हुई है। चीते में मध्य प्रदेश ने एक नया रिकॉर्ड बनाया है। प्राणियों के लिए भी सरकार ने चिंता की है। चीते की मध्य प्रदेश में अच्छी ग्रोथ देखने को मिली है। गांधीसागर में वन्य प्राणियों से लोगों को रोजगार मिलेगा। पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। इको सिस्टम अच्छा बनेगा। इसके साथ ही कार्यक्रम के अंत में 10वीं और 12वीं कक्षा में बेहतर अंक प्राप्त करने वाले बालक बालिकाओं को सीएम ने अपने हाथों से लैपटॉप प्रदान किए।
सीएम यादव ने कहा कि जावद में सीएम राइज स्कूल बहुत ही अद्भुत बनाया गया है। यह स्कूल सर्वसुविधा युक्त है। सीएम राइज विद्यालय की स्थापना की है, जो अब महर्षि सांदीपनि विद्यालय के नाम से पहचाने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस विद्यालय में एक किमी से 15 किमी दूरी से आने वाले बच्चों के लिए परिवहन सुविधा भी उपलब्ध करवाई है। समय विकास को बढ़ावा देने के उद्देश्य से विषयवार शिक्षकों के साथ-साथ गीत शिक्षक, नृत्य शिक्षक, कप्यूटर शिक्षक, खेल शिक्षक, मनोवैज्ञानिक, कॅरियर काउंसलर आदि भी नियुक्त किए हैं।
सीएम डॉ. मोहन यादव ने सुविधि रेयॉन्स प्राइवेट लिमिटेड का भूमिपूजन किया। ये परियोजनाएं से नीमच को राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर टेक्सटाइल हब के रूप में स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। यह परियोजना 31 हेक्टेयर क्षेत्र में 350 करोड़ रुपए के निवेश से विकसित की जाएगी। इससे लगभग 2000 प्रत्यक्ष रोजगार सृजित होंगे।
यह इकाई ‘फार्म टू फैशन’ की अवधारणा को रूप देगी। इसमें कच्चे माल की खरीद किसानों से लेकर फिनिश्ड फैब्रिक तक की संपूर्ण प्रक्रिया स्थानीय स्तर पर संपन्न होगी। यह एक पूर्णत: एकीकृत टेक्सटाइल पार्क होगा, जिसमें 168 आधुनिक लूस, 30 हजार स्पिंडल्स और तीन प्रोसेसिंग हाउस स्थापित किए जाएंगे। नीमच अब टेक्सटाइल क्षेत्र में नया इतिहास लिखने को तैयार है. जो मध्यप्रदेश को आत्मनिर्भर भारत के सपने की ओर अग्रसर करेगा।