
यूपी में आगरा के गढ़ी रामी में आज क्षत्रिय समाज के द्वारा रक्त स्वाभिमान सम्मेलन का आयोजन किया गया था। जिसमें हजारों की संख्या में राजपूत समाज के लोग आगरा पहुंचे थे। 5 बजते ही करणी सेना ने राज्यसभा सांसद रामजी लाल सुमन के घर की ओर कूच किया था। पुलिस के द्वारा बैरिकेडिंग की गई थी। जिसके कारण करणी सेना के सदस्य आगे नहीं जा पाए। इधर, करणी सेना की ओर से ऐलान किया गया है कि वह जल्द रणनीति बनाकर दिल्ली कूच करेंगे।
संसद घेराव करेगी करणी सेना
श्री राजपूत करणी सेना के मध्यप्रदेश अध्यक्ष अनुराग प्रताप सिंह राघव ने पत्रिका से बातचीत में बताया है कि अगर रामजी लाल सुमन की सदस्यता को रद्द नहीं किया गया तो दिल्ली की ओर करणी सेना कूच करेगी। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि राम जी लाल सुमन अगर कहीं भी मिला तो उसकी ईंट से ईंट बजा देंगे। ये लोग संसद में बैठकर हमारे महापुरुषों के बारे अनर्गल टिप्पणी करते रहते हैं।
आगे अनुराग प्रताप सिंह ने बताया कि अब इनको जबाब देने का समय आ गया है। मध्यप्रदेश से बड़ी संख्या में राजपूत भाई पहुंचे थे। संसद घेराव में भी ग्वालियर-चंबल, भिंड-मुरैना, रीवा-सतना, भोपाल-इंदौर, जावरा, शाजापुर, हरदा सहित सभी जगहों से राजपूत समाज के लोग बड़ी संख्या में उपस्थिति दर्ज कराएंगे। साथ ही देश के अलग-अलग कोने से राजपूत समाज का एक-एक आदमी एकत्रित होकर दिल्ली कूच करेगा।
श्री राजपूत करणी सेना मध्यप्रदेश अध्यक्ष अनुराग प्रताप सिंह राघव आगरा में आयोजित राणा सांगा जयंती पर रक्त स्वाभिमान रैली में पहुंचे।
इधर, क्षत्रिय करणी सेना के अध्यक्ष इंदल सिंह राणा ने पत्रिका से बातचीत में बताया कि मैं अभी आगरा में हूं। हमारी मांगें नहीं मानी गई हैं। हम आंदोलन के लिए रणनीति तैयार कर रहे हैं। जल्द ही हम संसद घेराव करेंगे। उन्होंने साथ ही यह भी बताया कि आगरा में मध्यप्रदेश के राजपूत बड़ी संख्या में पहुंचे हैं।
क्यों आगरा में इतनी संख्या में राजपूत समाज के लोग एकत्रित हुए
दरअसल, सपा के राज्यसभा सांसद रामजी लाल सुमन ने 21 मार्च को राज्यसभा में कहा था कि ‘भाजपा वालों का तकिया कलाम हो गया कि मुसलमानों में बाबर का डीएनए है। फिर हिंदुओं में किसका डीएनए है? बाबर को कौन लाया? बाबर को भारत में इब्राहीम लोदी को हराने के लिए राणा सांगा लाया था।
‘मुसलमान बाबर की औलाद हैं तो तुम (हिंदू) गद्दार राणा सांगा की औलाद हो। यह हिंदुस्तान में तय हो जाना चाहिए। बाबर की आलोचना करते हैं, राणा सांगा की नहीं। देश की आजादी की लड़ाई में इन्होंने अंग्रेजों की गुलामी की थी।’
इसी बयान के बाद से देश की राजनीति में भूचाल आ गया था। करणी सेना और राजपूत समाज के लोग गुस्से में आ गए थे। जिसके बाद करणी सेना के सदस्यों ने 26 मार्च को आगरा में रामजी लाल सुमन के घर पर हमला कर तोड़फोड़ की थी।
बता दें कि, आगरा में रक्त स्वाभिमान सम्मेलन का समापन हो गया है। राजपूत समाज के लोग अपने-अपने घर लौट रहे हैं। जिसके कारण हाईवे में जाम की स्थिति बन गई है। पुलिस जाम खुलवाने में जुटी हुई है।