Sunday, October 19

लंबी छुट्टी पर गए तीन पुलिस अधिकारी, जानिए क्या है पूरा मामला

प्रदेश में 2009 के बंशी गुर्जर फर्जी एनकाउंटर केस में 1 अप्रैल को सीबीआइ के दो पुलिस अफसरों ग्लैडविन एडवर्डकर (डीएसपी) और नीरज प्रधान (प्रधान आरक्षक) की गिरफ्तारी के बाद मामले से जुड़े तीन पुलिस अफसर छुट्टी पर चले गए। ये अफसर अनिल पाटीदार (एएसपी, बड़वानी), विवेक गुप्ता (सीएसपी, पीथमपुर-धार) व मुख्तार कुरैशी (एसीपी, क्राइम ब्रांच भोपाल) हैं। ये इस एनकाउंटर(Banshi Gujjar Fake Encounter) के समय इससे जुुुड़े रहे। बताते हैं, संभावित गिरफ्तारी से बचने व अग्रिम जमानत के लिए ये कदम उठाए।

7-8 फरवरी 2009 की रात नीमच जिले में पुलिस ने कथित मुठभेड़ में अंतरराज्यीय ड्रग तस्कर बंशी गुर्जर को मार गिराने का दावा किया। बाद में एनकाउंटर पर सवाल उठे। मामला फर्जी बताया जाने लगा। मार्च 2011 में अन्य ड्रग तस्कर घनश्याम धाकड़ की नीमच में सड़क दुर्घटना में मौत की सूचना मिली थी, बाद में जीवित मिला और सितंबर 2012 में राजस्थान पुलिस ने गिरफ्तार किया।

नीमच के पत्रकार मूलचंद खिंची ने 2013 में हाईकोर्ट में याचिका लगाई। मांग की, फर्जी एनकाउंटर में 24 पुलिस अफसर और कर्मचारी थे। उनकी भूमिका की जांच(Banshi Gujjar Fake Encounter) हो। इसके बाद 2014 में सीबीआइ जांच के आदेश दिए। अभी एडवर्डकर और प्रधान को इंदौर की विशेष अदालत ने सीबीआइ हिरासत में भेज दिया है। 2012 में उज्जैन में गुर्जर को जिंदा गिरफ़्तार किया।

सीएसपी विवेक गुप्ता मौखिक सूचना पर छुट्टी पर गए। 31 मार्च को फोन कहा, पिता बीमार हैं। 4 दिन की छुट्टी ली, अभी नहीं लौटे।-मनोज सिंह, एसपी धार

बड़वानी एएसपी अनिल पाटीदार 2 अप्रेल की छुट्टी ली। फिर मां की बीमारी बता 3 को वाट्सऐप पर 12 दिन की छुट्टी ली।जगदीश डाबर, एसपी बड़वानी