
कांग्रेस के दो दिवसीय में पहले दिन मंगलवार को सरदार वल्लभभाई पटेल की विरासत को हथियाने की भाजपा की कोशिशों की तीखी आलोचना की गई। विस्तारित कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में प्रस्ताव पारित किया गया ‘स्वतंत्रता संग्राम के ध्वजवाहक हमारे सरदार वल्लभभाई पटेल’, जिसमें स्वतंत्रता संग्राम में उनके योगदान और पंडित जवाहरलाल नेहरू के साथ उनके घनिष्ठ संबंधों को बताया गया है। कार्य समिति की करीब साढ़े चार घंटे चली बैठक की अध्यक्षता पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने की। सोनिया गांधी, राहुल गांधी सहित राज्यों के मुख्यमंत्री, पार्टी अध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष सहित 158 सदस्य मौजूद थे। प्रियंका गांधी शामिल नहीं हुईं। इस दौरान संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए ‘न्यायपथ’ पर चलने का संकल्प लिया गया। बुधवार को अधिवेशन में 1725 नेता शामिल होंगे।
पटेल को लेकर पारित प्रस्ताव में बताया गया कि कैसे भाजपा उनकी विरासत को कमजोर कर रही है। कभी किसानों की आवाज दबाकर तो कभी क्षेत्रीय, भाषाई और सांप्रदायिक आधार पर समाज में दरार पैदा की जा रही है। भाजपा भारत की एकता को क्षेत्रवाद, उत्तर बनाम दक्षिण, पूरब बनाम पश्चिम जैसे कृत्रिम विभाजनों और भाषा-संस्कृति के नाम पर तोड़ने का काम कर रही है।
कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने कहा कि भाजपा-संघ विचारधारा वाले गांधीजी का चश्मा-लाठी तो चुरा सकते हैं, लेकिन उनके आदर्श नहीं। पटेल की विचारधारा आरएसएस के विचारों के विपरीत है। भाजपा वाले पटेल और जवाहर लाल नेहरू के संबंधों को ऐसा दिखाने का षड्यंत्र करते हैं जैसे दोनों नायक एक दूसरे के खिलाफ थे।
सूत्रों के मुताबिक बैठक में राहुल गांधी ने कहा कि हम दलित, मुस्लिम और ब्राह्मण में उलझे रहे और ओबीसी हमारा साथ छोड़ गया। हम मुस्लिमों की बात करते हैं, इसलिए हमें मुस्लिम परस्त कहा जाता है। हमें ऐसी बातों से डरना नहीं है। मुद्दे उठाते रहना है।
राष्ट्रीय महासचिव सचिन पायलट ने पत्रकारों से कहा कि वर्ष 2025 संगठन के लिए समर्पित रहेगा। हम उदयपुर डिक्लेरेशन को लागू करेंगे। नौजवानों को, पिछड़ों को, दलितों को, आदिवासियों को और जगह कांग्रेस पार्टी में कैसे मिले… उस पर हम विस्तार से चर्चा कर रहे हैं। जिलाध्यक्षों को मजबूत करने के लिए और अधिकार देने पर फोकस किया जा रहा है।
कांग्रेस के अधिवेशन में भाग लेने आए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम की तबीयत अचानक बिगड़ गई। उन्हें शहर के जायडस अस्पताल में भर्ती कराया है। वे साबरमती आश्रम में प्रार्थना सभा में भाग लेने पहुंचे थे। उस दौरान वे अचानक बेहोश हो गए थे। उन्हें उपचार के लिए जायडस अस्पताल ले जाया गया है। देश के गृहमंत्री व वित्तमंत्री रह चुके चिदंबरम का उपचार किया जा रहा है।
गुजरात में 64 वर्ष बाद आयोजित कांग्रेस अधिवेशन के तहत पार्टी की विस्तारित कार्यसमिति की बैठक में महासचिव व वायनाड से लोकसभा सांसद प्रियंका गांधी नजर नहीं आईं। यह चर्चा का विषय रहा। गुजरात कांग्रेस ने सोशल मीडिया अकाउंट पर गुजरात में उनके स्वागत के बारे में पोस्ट भी किया था।
यह मुद्दा प्रेस कांफ्रेंस में भी उठा जिसमें पार्टी के नेता जयराम रमेश ने यह कहा कि इस बैठक में पार्टी के 35 नेता शरीक नहीं हुए। उन्होंने यह भी बताया कि सीडब्ल्यूसी की बैठक में 158 सदस्य मौजूद थे। उधर यह बताया गया कि प्रियंका ने सीडब्ल्यूसी की बैठक व राष्ट्रीय अधिवेशन में उपस्थित नहीं रहने को लेकर मंजूरी ली थी।