
कांग्रेस अब संगठन को नए तरीके से मजबूत करने की रणनीति बना रही है। लगातार चुनावी हार के बाद पार्टी जिलास्तर तक अपनी पकड़ मजबूत करने में जुटी है। गुरुवार 3 अप्रैल को राहुल गांधी प्रदेश के सभी जिलाध्यक्षों से संवाद करेंगे। इस दौरान बूथ से लेकर जिले की रिपोर्ट एआईआईसी को देंगे।
जानकारी के मुताबिक, इस बैठक में जिलाध्यक्ष सीधे राहुल को ग्राउंड रिपोर्ट देंगे यानि संगठन की असल स्थिति से लेकर राजनीतिक समीकरणों तक, सबकुछ। लेकिन बड़ा सवाल ये है कि क्या हाईकमान का यह सीधा दखल प्रदेश के नेताओं की ताकत कम करेगा। या फिर यह कांग्रेस के नए संगठन मॉडल की शुरुआत है।
संगठन मजबूत करने की तैयारी: भूपेश बघेल
भूपेश बघेल ने कहा ‘कांग्रेस अपने संगठन को मजबूत करने के लिए जुटी है, यह साल हमारा संगठन मजबूत करने पर भी फोकस रहा है, यही वजह है कि एक साल के अंदर ही हम बूथ लेवल से संगठन लेवल तक को मजबूत करेंगे। राहुल गांधी जमीनी स्तर को जानने के लिए जिलाध्यक्षों के साथ बैठक करेंगे, जो स्थिति को समझने के लिए एक अच्छी कोशिश है। ‘ माना जा रहा है कि ग्राउंड रिपोर्ट के हिसाब से ही में आगे की रणनीति बनेगी।
क्या होगा इस बैठक में खास?
कांग्रेस इस समय संगठन को नए सिरे से खड़ा करने की कोशिश कर रही है। लगातार मिली हार के बाद पार्टी नेतृत्व अब जिला अध्यक्षों को और अधिक अधिकार देने और उनकी जिम्मेदारियों को स्पष्ट करने की दिशा में काम कर रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि बूथ स्तर तक संगठन को मजबूत करने की योजना पर काम चल रहा है। बैठक में जिला अध्यक्षों को संगठन विस्तार के नए टास्क दिए जा सकते हैं।
बैठक का शेड्यूल
दोपहर 1:30 बजे: जिला अध्यक्षों को दिल्ली के इंदिरा भवन पहुंचने के निर्देश
शाम 3 बजे: राहुल गांधी से संवाद का कार्यक्रम
3 और 4 अप्रैल: कांग्रेस के जिला अध्यक्षों के साथ संवाद का सिलसिला जारी रहेगा। छत्तीसगढ़ के जिलाध्यक्षों से संवाद का कार्यक्रम आज ही रखा गया है।