Monday, September 22

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख डॉ. मोहन भागवत ने कहा कि नौकरी से देश में सभी लोगों को रोजगार मिलना संभव नहीं है।

आरएसएस प्रमुख डॉ. मोहन भागवत का नौकरियों को लेकर बड़ा बयान सामने आया है। आरएसएस प्रमुख इन दिनों उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में प्रवास पर आए हुए हैं। उन्होंने पिथौरागढ़ के मुवानी में नवनिर्मित शेर सिंह कार्की विद्यालय भवन का मुख्य अतिथि के तौर पर लोकार्पण किया। सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि देश में बढ़ती बेरोजगारी बड़ी समस्या बनती जा रही है। सभी को सरकारी नौकरी देना, किसी व्यवस्था, सरकार या संगठन के बस में नहीं है। इसका हल स्वरोजगार से निकाला जा सकता है। भागवत ने कहा कि नौकरी मिलना अच्छी बात है, लेकिन एक हद तक ही नौकरी दी जा सकती है। कहा कि 10 प्रतिशत लोगों को भी सरकारी नौकरी नहीं दी जा सकती है। आरएसएस प्रमुख डॉ. मोहन भागवत ने कहा कि भारत जैसे जनसंख्या वाले देश में अधिकतर रोजगार कृषि, सहकारिता, लघु उद्योगों से मिलते हैं, नौकरी से नहीं। इस दौरान उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में किए जा रहे पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के कार्यों की भी सराहना की। कहा कि देश के विकास के लिए प्रत्येक भारतीय को जिम्मेदारी निभानी होगी। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने आजीविका देने वाले प्रशिक्षण को बढ़ावा देने की बात पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रशिक्षण से लोग स्थिर हो जाएंगे और पलायन नहीं होगा। इसके प्रयोग भारत में हो चुके हैं।