Monday, September 22

संयुक्त किसान मोर्चा और किसान मजदूर मोर्चा (Kisan Morcha) के बैनर तले किसानों ने पिपली में किसान महापंचायत (kisan Mahapanchayat) की। राजस्थान (Rajasthan), हरियाणा, पंजाब और UP के किसानों ने पिपली में ‘किसान महापंचायत’ में हिस्सा लिया।

संयुक्त किसान मोर्चा और किसान मजदूर मोर्चा (Kisan Morcha) के बैनर तले किसानों ने पिपली में किसान महापंचायत (kisan Mahapanchayat) की। राजस्थान (Rajasthan), हरियाणा, पंजाब और UP के किसानों ने पिपली में ‘किसान महापंचायत’ में हिस्सा लिया। दोनों किसान संगठनों ने फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की कानूनी गारंटी समेत उनकी मांगों को स्वीकार करने के लिए सरकार पर दबाव बनाने के वास्ते ‘दिल्ली चलो’ मार्च का नेतृत्व किया है। प्रदर्शनकारी किसान (Kisan Protest) 13 फरवरी से पंजाब और हरियाणा के बीच शंभू और खनौरी सीमा (Shambhu Border) पर डटे हुए हैं, जब सुरक्षा बलों ने उनके मार्च को रोक दिया था।

राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, और उत्तर प्रदेश के किसानों ने पिपली में ‘किसान महापंचायत’ में हिस्सा लिया। सभी किसानों ने अपनी मांगों के समर्थन में 3 अक्टूबर को देशभर में रेल रोको (Rail Roko) आंदोलन करने का भी फैसला किया। किसान नेता सरवन सिंह पंढेर (Sarwan Singh Pandher) ने सभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘हरियाणा में BJP सरकार की ओर से किसानों पर किए गए अत्याचार का बदला लेने का समय आ गया है अब किसान बदला लेंगे’। लोगों से आगामी हरियाणा विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को हराने का आह्वान किया। हरियाणा में बीजेपी की हार शुभकरण सिंह के लिए एक सच्ची श्रद्धांजलि होगी, जो 21 फरवरी को पंजाब-हरियाणा सीमा पर खनौरी सीमा पर झड़प के दौरान मारे गए थे