Monday, September 22

सुधा मूर्ति ने एक पोस्ट में रक्षाबंधन के इतिहास को हुमायूं और रानी कर्णावती से जोड़ा, जिससे सोशल मीडिया पर विवाद हो गया। मूर्ति ने कहा कि रानी कर्णावती ने हुमायूं को राखी भेजकर मदद मांगी थी।

राज्यसभा सांसद और इंफोसिस फाउंडेशन की अध्यक्ष सुधा मूर्ति सोशल मीडिया पर काफी ट्रोल हो रही हैं। उन्होंने एक पोस्ट में रक्षाबंधन की उत्पत्ति को मुगल बादशाह हुमायूं और रानी कर्णावती से जुड़ी एक कहानी से जोड़ा था। इस पोस्ट के बाद लोगों ने उन्हें ट्रोल करना शुरू कर दिया। उन्होंने एक्स (ट्वीटर) पर एक वीडियो संदेश में रक्षाबंधन के इतिहास को शेयर किया। उन्होंने कहा कि त्योहार की परंपरा को 16 वीं शताब्दी में रानी कर्णावती द्वारा हुमायूं को राखी भेजने से जोड़ा जा सकता है।

जीवन में भाई-बहन बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। इसका पुराना इतिहास है, जब रानी कर्णावती खतरे में थीं। उनका राज्य छोटा था। किसी और ने उस पर हमला कर दिया था। उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि क्या करें। उन्होंने मुगल बादशाह, राजा हुमायूं को धागे का एक छोटा सा टुकड़ा यह कहते हुए भेजा कि मैं खतरे में हूं। कृपया मुझे अपनी बहन समझें, और कृपया आकर मेरी रक्षा करें।