Monday, September 22

सेंसेक्स का 2600 अंक का गोताबाजार क्रैश, एक ही दिन में 17 लाख करोड़ साफ

अमरीकी अर्थव्यवस्था में मंदी की आशंकाओं के बीच वैश्विक बाजारों की भारी बिकवाली के दबाव में सोमवार को भारतीय शेयर पर भी क्रैश हो गया।

अमरीकी अर्थव्यवस्था में मंदी की आशंकाओं के बीच वैश्विक बाजारों की भारी बिकवाली के दबाव में सोमवार को भारतीय शेयर पर भी क्रैश हो गया। ट्रेडिंग के दौरान सेंसेक्स 2,600 अंक से ज्यादा टूटा तो निफ्टी भी 24,000 अंक के स्तर से नीचे आ गया। सेंसेक्स 2222.55 अंक (2.74 फीसदी) टूटकर 78,759.40 पर, जबकि निफ्टी 662.10 अंक (2.68 फीसदी) लुढक़ कर 24,055.60 पर बंद हुआ। इस बड़ी गिरावट से निवेशकों को करीब 17 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हुआ।

ट्रेडिंग के दौरान सेंसेक्स 2,686 अंक टूटकर 78,295 अंक के निचले स्तर तक आ गया था। निफ्टी 824 अंक गिरकर 26 जून के बाद पहली बार 24,000 से नीचे आ गया। यह चार जून के बाद सबसे बड़ी इंट्रा-डे गिरावट है। चार जून को लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद शेयर बाजार क्रैश हुआ था। बीएसई का एमकैप शुक्रवार के 457.16 लाख करोड़ रुपए के मुकाबले घटकर 440 लाख करोड़ रुपए रह गया। विश्लेषकों का कहना है कि जापान के निक्केई में 12 फीसदी से ज्यादा की गिरावट और मध्य-पूर्व में भू-राजनीतिक तनाव ने भी बाजार की धारणा को प्रभावित किया।

जापान के येन कैरी ट्रेड का भी असर

जापान की करेंसी येन के मजबूत होने से येन कैरी ट्रेड में निवेशक अपनी भागीदारी कम करते नजर आ रहे हैं। कैरी-ट्रेड लोकप्रिय व्यापारिक रणनीति है, जहां निवेशक कमजोर मुद्रा (इस मामले में जापान) के जरिए कम ब्याज दरों वाले देश से पैसा उधार लेता है और दूसरे देश की संपत्ति में निवेश करता है। इससे उसे ज्यादा रिटर्न मिलता है। बैंक ऑफ जापान (बीओजे) के ब्याज दरें 0.25त्न तक बढ़ाने और बॉन्ड खरीद कम करने के बाद येन में तेजी आई। जापान में चल रही गतिविधियों का सीधा असर भारतीय इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनियों पर पड़ सकता है। जापान में कर्ज पर शून्य ब्याज दर चलती रही है। भारत उसका बड़ा लाभार्थी है।

अमरीका में मंदी की आहट से चिंता बढ़ी

बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि अमरीका में मंदी की आशंकाओं से वैश्विक बाजार सतर्क मोड में आ गए हैं। शुक्रवार को अमरीकी बाजार काफी गिरावट के साथ बंद हुए थे। इसका असर सोमवार को कई देशों के शेयर बाजारों पर नजर आया। एशियाई बाजारों में सियोल, टोक्यो, शंघाई और हांगकांग भारी गिरावट के साथ बंद हुए। जापान का बेंचमार्क स्टॉक इंडेक्स निक्केई सोमवार को 12.4 फीसदी गिर गया। इससे वैश्विक बाजार में निवेशकों की चिंता बढ़ गई कि अमरीकी अर्थव्यवस्था मंदी की ओर बढ़ सकती है।