Monday, September 22

सोने के दाम बढ़ने से डिमांड में आई गिरावट, लेकिन निवेश में जबरदस्त बढ़ोतरी

मार्च 2024 से लेकर 23 जुलाई को आम बजट पेश होने तक सोने की कीमतों में जबरदस्त तेजी आई।

मार्च 2024 से लेकर 23 जुलाई को आम बजट पेश होने तक सोने की कीमतों में जबरदस्त तेजी आई। 28 फरवरी को प्रति 10 ग्राम 62,000 रुपए के आसपास रहने वाला 24 कैरेट गोल्ड 30 जून तक 76,000 रुपए के पार निकल गया था। सोने की बेतहाशा कीमतें बढऩे से भारत में सोने की चमक फीकी पड़ी। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल की हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, जून तिमाही में देश में सोने की मांग 149.7 टन रही, जो पिछले साल की समान अवधि में 158.1 टन थी। यानी अप्रेल 2024 से जून के बीच देश में सोने की बिक्री में 5 फीसदी की गिरावट आई।

सोने की बिक्री 14 फीसदी बढ़ी

हालांकि कीमतें अधिक होने से मूल्य के आधार पर सोने की बिक्री 14 फीसदी बढ़ी। अप्रेल-जून 2024 में सोने की मांग की कीमत 93,850 करोड़ रुपए रही, जो पिछले साल की इस अवधि में 82,530 करोड़ रुपए थी। हालांकि, सोने की बढी कीमतों से जून तिमाही में गोल्ड में निवेश 46 फीसदी बढ़ा। जो 2014 के बाद से सबसे ज्यादा है। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि लोगों को लगता था कि सोने की कीमतें बढ़ती रहेंगी और सोना एक सुरक्षित निवेश है।

गहनों की मांग 17 फीसदी घटी

ऊंची कीमतो, आम चुनाव और गर्मी की लहरों (लू) के प्रभाव के कारण भारत में गहनों की मांग में जून तिमाही में 17 फीसदी की गिरावट आई, जो 107 टन रही। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल ने कहा कि यह कोविड महामारी के बाद से गहनों के लिए सबसे कमजोर दूसरी तिमाही थी। काउंसिल के भारत प्रमुख सचिन जैन ने कहा, साल 2024 की दूसरी तिमाही में भारत में सोने की मांग थोड़ी कम हुई है। इसका कारण सोने की कीमतें बहुत अधिक होना है, जिससे लोग इसे खरीदने में कंजूसी कर रहे हैं।

बजट के बाद घटी कीमतें

जून तिमाही में अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतें 18 फीसदी बढक़र 2427 डॉलर तक पहुंच गई। वहीं भारत मे भी गोल्ड की कीमतें जून तिमाही में 16 फीसदी बढ़ी। हालांकि 23 जुलाई को बजट में सोने-चांदी के आयात शुल्क में 9 फीसदी की कटौती करने के सोना करीब 5000 रुपए ओर चांदी की कीमतें करीब 8,000 रुपए घटी है। एमएसीएक्स पर 73,000 के आसपास रहने वाला सोना अभी 68,000 रुपए पर ट्रेड कर रहा है।