यदि आप छठ पूजा पर घर जाना चाहते हैं या फिर अयोध्या-वाराणसी में दिवाली मनाने की सोच रहे हैं तो तुरंत अपनी ट्रेन के रिजर्वेशन कोच में सीट की स्थिति जांच लें।
जयपुर से अयोध्या, वाराणसी, कानपुर, हावड़ा, सियालदह समेत कई शहरों को जाने वाली लंबी दूरी की ट्रेनें अभी से फुल हो गईं। उनमें स्लीपर ही नहीं बल्कि एसी श्रेणी के कोच में भी लंबी वेटिंग मिल रही है। इससे लोगों को घर आने-जाने की चिंता सता रही है। दरअसल, दिवाली (Diwali) पर हजारों की संख्या में यात्री अन्य राज्यों से अपने घर (राजस्थान) आते हैं। वहीं राजस्थान से अन्य राज्यों में अपने घर छठ (Chhath Puja) व अन्य पर्व पर लौटते हैं। उस दौरान फ्लाइट्स के महंगे किराये से बचने के लिए यात्रियों की संख्या ट्रेनों में बढ़ जाती है। इस बार यात्रियों के ट्रेन में सफर करने पर भी संकट खड़ा हो गया है। दिवाली 31 अक्टूबर को है और कई लंबी दूरी की ट्रेनें अभी से फुल हो गई हैं। उनमें 25 से 31 अक्टूबर तक लंबी वेटिंग मिलना शुरू हो गई है।
स्पेशल ट्रेनों को लेकर अभी चुप्पी:
डिमांड और लंबी वेटिंग के बावजूद रेलवे ने स्पेशल ट्रेनें दौड़ाने को लेकर अभी कोई प्रतिक्रया नहीं दी है। ऐसे में यात्री असमंजस में हैं। रेलवे अगर स्पेशल ट्रेन चलाएगा तो उसमें 25 से 30 फीसदी किराया अधिक देना पड़ेगा। दूसरी ओर वेटिंग टिकट कैंसिल करवाने पर भी चार्ज देना पड़ेगा।
ट्रेनों के रिजर्वेशन कोच में बुकिंग की स्थिति
जयपुर से सियालदाह, हावड़ा: अजमेर-सियालदाह में स्लीपर कोच की बुकिंग में वेटिंग 99 तक पहुंच गई। थर्ड एसी में 20 से 35 तक। जोधपुर-हावड़ा सुपरफास्ट में स्लीपर में 25 से 40 तक, थर्ड एसी में 13 से 19 तक।
जयपुर से पटना: जियारत एक्सप्रेस में स्लीपर कोच में वेटिंग 25 तक, थर्ड एसी में 15 व सेकेंड एसी में 9 पहुंच गई है।
जयपुर से अयोध्या: कवि गुरु एक्सप्रेस में स्लीपर कोच में वेटिंग 66 पार हो गई है। थर्ड एसी की वेटिंग 35 तक। मरुधर एक्सप्रेस, गरीब नवाज एक्सप्रेस में भी यही हाल है।
(25 अक्टूबर से 31 अक्टूबर के बीच)