Monday, October 20

BJP प्रत्याशी कैलाश विजयवर्गीय के सभास्थल पर जमकर मारपीट, कुर्सियां चलीं

इंदौर। इंदौर-1 के भाजपा प्रत्याशी कैलाश विजयवर्गीय की रविवार को धार रोड सिरपुर में सभा के दौरान जमकर हंगामा हुआ। वार्ड क्रमांक-1 में सभा की तैयारियों के बीच भाजपा कार्यकर्ताओं का कुछ लोगोंं से विवाद हो गया।

विवाद के दौरान जमकर मारपीट हुई और कुर्सियां फेंकी गईं। महिलाओं को भागकर खुद को बचाना पड़ा। पुलिसकर्मियों ने दोनों पक्षों को अलग किया। कुछ समय बाद कैलाश सभा लेने पहुंचे। पुलिस ने किसी तरह की शिकायत मिलने से इनकार किया है। पुलिस के मुताबिक, सभास्थल पर नशे की हालत में दो लोग मिले थे, उन पर कार्रवाई की है।

कैलाश समर्थक ने की सड़क बाधित, कांग्रेस ने की शिकायत

भाजपा प्रत्याशी कैलाश विजयवर्गीय के समर्थक ने इंदौर-1 क्षेत्र में सड़क पर कन्हैया मित्तल की भजन संध्या आयोजित की। इससे आवागमन बाधित हुआ और आम जनता को भारी परेशानी उठानी पड़ी। इधर, क्षेत्र के कांग्रेस प्रत्याशी संजय शुक्ला ने मतदाताओं को लुभाने का आरोप लगाकर मामले की चुनाव आयोग से शिकायत की है। शुक्ला ने शिकायत में कहा कि भजन संध्या संस्था हर्ष खाटू श्याम सेवा समिति के बैनर तले 5 नवंबर को वृंदावन कॉलोनी में आयोजित की गई।

समिति के अध्यक्ष चंदन सिंह बैस कैलाश समर्थक हैं। भजन संध्या होने के पहले ही की गई शिकायत में शुक्ला ने आयोजन पर रोक लगाने की मांग की थी। कहा गया था कि आयोजन की आड़ में भाजपा के पक्ष में मतदान के लिए मतदाताओं को लुभाने का प्रयास किया जाएगा, जो आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है। कैलाश के बेटे आकाश विजयवर्गीय के नाम से फेसबुक पेज पर भी आयोजन की रील पोस्ट की गई।

कैलाश पर पलटवार, दिग्विजय बोले- मेरे हृदय में बसे राम

राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह रविवार को इंदौर में थे। पत्रकारों से चर्चा में मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि आदमी जब हताश-निराश हो जाता है तो यही रास्ता अपनाता है। श्याम और छेनू जैसी बातें भ्रष्टाचार, अत्याचार, बेरोजगारी और महंगाई से ध्यान भटकाने के लिए की जा रही हैं। इंदौर-1 से भाजपा प्रत्याशी कैलाश विजयवर्गीय द्वारा सिंह को राम की शरण में जाने की सलाह पर दिग्विजय ने पलटवार किया कि मेरे हृदय में राम बसे हैं। 3 तारीख को ये बात साबित हो जाएगी कि कांग्रेस 2018 से और शक्तिशाली हुई है।

उन्होंने कहा कि मप्र भाजपा के नेतृत्व पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का विश्वास उठ चुका है, इसलिए मोदी इस प्रकार प्रचार कर रहे हैं कि वे ही मुख्यमंत्री पद के दावेदार हैं। आदिवासी पूरी तरह कांग्रेस के साथ हैं। बड़े-बड़े नेताओं को फील्ड में उतारा है। ये अपने आप में संकेत है कि भाजपा घबराई हुई है। उधर, दिग्विजय ने शहर कांग्रेस अध्यक्ष सुरजीत सिंह चड्ढा, जिला अध्यक्ष सदाशिव यादव और सुवेग राठी समेत कई नेताओं से चर्चा भी की। सभी से कांग्रेस प्रत्याशी को जिताने के लिए जुटने को कहा।