Sunday, October 19

राम नहीं, काम के आधार पर वोट मांग रही भाजपा, 5 राज्यों में बनेगी BJP की सरकार

इंदौर। केंद्र सरकार की योजनाओं से करोड़ों लोगों को फायदा हो रहा है। आयुष्मान भारत, जनधन जैसी योजनाएं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्णय से ही आई हैं। जिन लोगों ने बैंक नहीं देखा, जनधन योजना से उनके भी खाते हैं। मुद्रा लोन से करोड़ों की आजीविका बदली है। इसी तरह मप्र के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान की लाड़ली बहना और सीखो कमाओ योजना से लोगों को लाभ मिल रहा है। भाजपा राम के नाम पर नहीं, काम पर वोट मांग रही है।

यह बात रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कही। वे रविवार को इंदौर में पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि केंद्र और मप्र समेत 5 राज्यों में भाजपा की सरकार बनेगी। उनकी पार्टी ने प्रदेश में भाजपा को समर्थन दिया है। कांग्रेस के लोग जान-बूझकर लोगों को भड़काते हैं कि संविधान से छेड़छाड़ की जा रही है। बाबा साहब आंबेडकर का संविधान नहीं बदला जाएगा। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटने के बाद वहां आतंकवाद खत्म हुआ है। वहां लोग तिरंगे का अभिवादन कर रहे हैं और विकास हो रहा है। भाजपा के राज में सड़कें बनी हैं। दलित आदिवासी, दिव्यांगों के लिए कई काम हुए हैं।

कांग्रेस ने क्यों नहीं करवाई जातिगत जनगणना

अठावले ने कहा कि केंद्र में जब कांग्रेस की सरकार थी, तब उन्होंने जातिगत जनगणना क्यों नहीं कराई। जातिगत जनगणना का संविधान में प्रावधान नहीं है। सीमा हैदर को अपने पार्टी से चुनाव लड़ाने के सवाल पर बोले कि उनकी एनआइए की जांच चल रही है। उनकी भारत की नागरिकता भी नहीं है। हम उन्हें चुनाव का नहीं, पाकिस्तान जाने का टिकट देंगे।

कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने उद्योग नीति पर उठाए सवाल

मप्र में जो इंडस्ट्रियल ग्रोथ 18 वर्षों में होनी चाहिए थी, जिससे रोजगार बढ़ता और राज्य की जीडीपी बढ़ती, लेकिन यह सब धीमी गति से चला। 18 वर्षों में 6 इन्वेस्टर समिट और ग्लोबल समिट हुई। इस कार्यक्रम को लेकर जमकर टीआरपी बटोरी गई यानी नाम बड़े और दर्शन छोटे। कुल मिलाकर भारतीय जनता पार्टी की सरकार में इंडस्ट्रियल पॉलिसी को ऊंची दुकान-फीके पकवान कहा जाएगा। यह बात कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता चरण सिंह सपरा ने कही।

उन्होंने कहा कि मप्र के उद्योगों के लिए बिजली महंगी है। बिजली विभाग में भ्रष्टाचार है। भाजपा सरकार स्वतंत्र स्थापित उद्योगों के प्रति हमेशा उदासीन रही है। हर इंडस्ट्रियल एरिया में सड़कों की हालत खराब है। स्किल डेवलपमेंट और स्टार्टअप योजना के जुमले तो दागे, लेकिन इन्हें प्रोत्साहित करने की योजना को आधे में छोड़ दिया। 2 साल से टॉय क्लस्टर लंबित है। डॉक्टर भीमराव आंबेडकर क्लस्टर के नाम पर गरीब, वंचित, पिछड़ी जाति के युवाओं से खिलवाड़ किया गया। कांग्रेस की 15 महीने की सरकार में उद्योग जगत के लिए कई योजनाएं बनीं। कन्फेक्शनरी क्लस्टर मात्र 3 महीने में अलॉट हुआ। मैग्नीफिसेंट मध्यप्रदेश समिट हुई।