संसद के विशेष सत्र के दौरान भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी के बसपा सांसद दानिश अली को लेकर दिए गए विवादित बयान पर अब राजनीति तेज होती जा रही है। पहले तो विपक्ष के सांसदों ने संसद में ही भाजपा सांसद और सरकार को घेरा और अब यूपी-बिहार समेत कई राज्यों के नेताओं ने सरकार को घेरा है, आइए जानते है किसने क्या कहा?
यह अमृतकाल नहीं बल्कि विषकाल
रमेश बिधूड़ी के विवादित बयान पर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद सुप्रीमो लालू यादव ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा कि प्रधानमंत्री ने देश की समृद्ध संसदीय परंपराओं के विरुद्ध ऐसी विकृत सामाजिक राजनीतिक संस्कृति को जन्म दिया है, जिसमें इनकी एक सांसद राष्ट्रपिता गांधी जी के हत्यारे आतंकवादी का महिमा मंडन करती हैं।
PM के इशारे पर एक बीजेपी सांसद पार्लियामेंट के अंदर विपक्ष के एक सांसद के लिए जिस अमर्यादित, असंसदीय और तुच्छ भाषा का प्रयोग कर रहा है, वह घोर आपत्तिजनक, निंदनीय एवं लोकतंत्र व समाज के लिए चिंताजनक है। यह इनका अमृतकाल नहीं बल्कि विषकाल है।
रमेश खिलाफ मुकदमा चले- तेजप्रताप
वहीं, इस पूरे मुद्दे पर बिहार सरकार में जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण मंत्री तेजप्रताप यादव ने कहा कि हम चाहेंगे कि सरकार उनकी सदस्यता को रद्द करे, यह निंदनीय है। यह लोग संविधान और तिरंगा को नहीं मानते। हम चाहेंगे कि इनके खिलाफ मुकदमा चले। इस तरह के शब्द प्रयोग करना लोकतंत्र के लिए घातक है।
प्रधानमंत्री जी के वसुधैव कुटुंबकम की सच्चाई – मनोज झा
इस पूरे मामले पर राजद के राज्यसभा सांसद और प्रोफेसर मनोज झा ने कहा कि भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी के दिए गए बयान पर मुझे दुख जरूर हुआ लेकिन आश्चर्य नहीं हुआ। प्रधानमंत्री जी के वसुधैव कुटुंबकम की सच्चाई यही है।
बिधूड़ी की गाली, सांसदों की हंसी- जद(यू)
इधर, जनता दल यूनाइटेड ने भी रमेश बिधूड़ी मामले में भाजपा पर जमकर हमला बोला। जदयू ने अपने एक्स हैंडल पर वीडियो शेयर करते हुए लिखा- बिधूड़ी की गाली सांसदों की हंसी, यही है भाजपा का असली चाल, चरित्र और चेहरा।
इंसान की पहचान चेहरा नहीं जुबान होती है- सपा अध्यक्ष
वहीं, रमेश के बयान पर निशाना साधते हुए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने X पर लिखा, “सत्ता के नशे में बेसुध भाजपा के एक सांसद द्वारा विपक्ष के एक अल्पसंख्यक सांसद को अति अभद्र तरीके से संबोधित करना किसी आपराधिक घटना से कम नहीं है। ये भाजपा की नकारात्मक राजनीति का निकृष्टतम रूप है जिसमें अन्य भाजपाई सांसदों का हंसते हुए सम्मिलित होना दिखाता है कि ये किसी एक भाजपाई की गलती नहीं है बल्कि ये भाजपा के अधिकांश सदस्यों की निर्लज्जता का बेशर्म प्रदर्शन है।”
ऐसे सांसदों पर, किसी भी प्रकार की संसदीय विशेषाधिकारों की छूट से परे, किसी एक सांसद नहीं बल्कि पूरे संसद और संविधान की मानहानि करने का मुकदमा होना चाहिए और ताउम्र की पाबंदी भी।
BJP का कार्रवाई न करना दुर्भाग्यपूर्ण- मायावती
वहीं, अपने सांसद के साथ हुई घटना पर बसपा प्रमुख मायावती ने संज्ञान लिया हैं। उन्होंने एक्स पर लिखा कि दिल्ली से भाजपा सांसद द्वारा बीएसपी सांसद श्री दानिश अली के खिलाफ सदन में आपत्तिजनक टिप्पणी को हालांकि स्पीकर ने रिकार्ड से हटाकर उन्हें चेतावनी भी दी है व वरिष्ठ मंत्री ने सदन में माफी मांगी, किन्तु पार्टी द्वारा उनके विरुद्ध अभी तक समुचित कार्रवाई नहीं करना दुखद/दुर्भाग्यपूर्ण।
दानिश अली से मिले राहुल गांधी
संसद में हुई इस घटना के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी दानिश अली से मिलने के लिए उनके आवास पर पहुंचे। कांग्रेस ने दानिश अली और राहुल गांधी की एक तस्वीर एक्स पर शेयर कर लिखा कि BSP सांसद दानिश अली जी से मिलने उनके निवास पर पहुंचे राहुल गांधी जी। कल भरी संसद में BJP सांसद रमेश बिधूड़ी ने दानिश अली जी का अपमान किया था, उन्हें बेहद अमर्यादित और असंसदीय अपशब्द कहे थे।
भाजपा के दो पूर्व मंत्री भद्दे ढंग से हंसते रहे।रमेश बिधूड़ी की यह शर्मनाक और ओछी हरकत सदन की गरिमा पर कलंक है।कांग्रेस देश भर के साथ लोकतंत्र के मंदिर में नफरत और घृणा की ऐसी मानसिकता के सख्त खिलाफ है।