Saturday, October 18

नीमच में जन आशीर्वाद यात्रा पर पत्थर बरसाने वाले 6 लोग पकड़ाए

नीमच में भाजपा की जन आशीर्वाद यात्रा पर पथराव करनेवालों पर पुलिस की कार्रवाई शुरु हो चुकी है। इस मामले में पुलिस ने आधा दर्जन लोगों को
पकड़ा है। मंगलवार देर शाम यात्रा को रोकने की कोशिश की गई थी और वाहनों पर पत्थर बरसाए गए। जन आशीर्वाद यात्रा में पथराव की घटना के बाद से बीजेपी और कांग्रेस में बयानबाजी तेज हो गई है। दोनों दल इस घटना के लिए एक—दूसरे को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।

जन आशीर्वाद यात्रा जावद से रवाना होकर मंगलवार शाम करीब साढ़े सात बजे रामपुरा थाना क्षेत्र के रावडी कुडी गांव पहुंची थी कि कुछ ग्रामीणों ने वहां गाय-भैसों को आगे कर काफिला रुकवा दिया। बाद में पथराव किया। इससे यात्रा में शामिल रथ व अन्य वाहनों के कांच टूट गए।

जावद एसडीओपी विमलेश उक्र के अनुसार जैसे ही जानकारी मिली कि रावडकुड़ी गांव में यात्रा पर पथराव हुआ, वहां तुरंत पुलिस फोर्स पहुंच गई है। ग्रामीणों से बात कर मामला शांत करा लिया गया। हालांकि पुलिस ने बाद में ग्रामीणों पर केस बनाना शुरु कर दिया। बताया जा रहा है कि इस मामले में अभी तक डेढ़ दर्जन से ज्यादा लोगों को आरोपी बनाया गया है। इनमें से 6 लोगों को पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया है।

दरअसल, रामपुरा पठारी क्षेत्र को टाइगर प्रोजक्ट के तहत रिजर्व कर फेंसिंग की गई है। अतिक्रमण क्षेत्र को शासन ने खाली करा दिया है। इससे ग्रामीण आक्रोशित हैं। इसे लेकर पूर्व में ग्रामीणों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा था। लेकिन, मसले का हल नहीं निकला। जब ग्रामीणों को बीजेपी की जन आशीर्वाद यात्रा निकलने का पता चला तो सभी एकत्रित हो गए। करीब 100 लोगों की भीड़ में से कुछ युवकों ने यात्रा पर पत्थर बरसा दिए।

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा ने इस मामले में कहा है कि यात्रा को जनता का अपार समर्थन देख कांग्रेस घबरा गई है। कांग्रेस के गुंडों ने योजनाबद्ध तरीके से पेड़ के पीछे छिपकर हमला किया। गुंडागर्दी का जवाब दिया जाएगा। ऐसे लोगों को छोड़ा नहीं जाएगा, जिन्होंने इस तरह की घटना कोअंजाम दिया। कांग्रेस का यह कृत्य दुर्भाग्यजनक है।

इधर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ का कहना है कि समाज के हर वर्ग का उत्पीड़न करने के बाद भी शिवराज सरकार को लगता है कि जनता उन पर पत्थर नहीं, फूल बरसाएगी। दो दिन पहले किस तरह सरकार ने चयनित पटवारियों की पिटाई कराई। मैं जनभावनाओं को समझता हूं, फिर भी जनता से अनुरोध है कि विरोध को लोकतांत्रिक तरीके से रखें।