Saturday, October 18

4 सितंबर से बंद हो जाएंगी एमपी की मंडियां, लाखों किसानों की बढ़ी दिक्कत

एमपी के लाखों किसानों की दिक्कत बढ़नेवाली है। राज्यभर की अनाज मंडियां अनिश्चित काल के लिए बंद हो रहीं हैं। 4 सितंबर यानि सोमवार से मंडियो में व्यापारी कोई खरीदी नहीं करेंगे जिसके कारण प्रदेशभर की कुल 230 मंडियां बंद हो जाएंगी। व्यापारी मंडी फीस घटाने सहित अपनी 11 मांगों के समर्थन में ये हड़ताल कर रहे हैं।

व्यापारी मंडी फीस को डेढ़ प्रतिशत से घटाकर 1% करने की मांग कर रहे हैं- प्रदेशभर की अनाज मंडियों में 25 हजार से ज्यादा व्यापारी हैं। इन व्यापारियों ने सोमवार से कारोबार नहीं करने का निर्णय लिया है। व्यापारी मंडी फीस को डेढ़ प्रतिशत से घटाकर 1% करने की मांग कर रहे हैं। मंडी फीस घटाने के साथ ही व्यापारी निराश्रित शुल्क को भी खत्म करने की मांग कर रहे हैं।

भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर समेत प्रदेश की कुल 230 अनाज मंडियां 4 सितंबर से अनिश्चितकालीन बंद हो जाएंगी। प्रदेशभर के करीब 25 हजार व्यापारी अनाज की खरीदी नहीं करेंगे। मंडी फीस डेढ़ की बजाय 1% करने समेत कुल 11 मांगों को लेकर व्यापारी यह बंद रखेंगे।

मप्र सकल अनाज दलहन तिलहन व्यापारी महासंघ के तत्वावधान में मंडियों में खरीदी बंद करने का यह निर्णय लिया गया है। संघ के अध्यक्ष गोपालदास अग्रवाल के अनुसार मंडी शुल्क 1.5% से घटाकर 1% करने की व्यापारी लंबे समय से मांग कर रहे हैं। 5 दशकों से निराश्रित शुल्क भी जबरन लिया जा रहा है जिसे खत्म करना होगा।

महासंघ के अनुसार व्यापारियों की कुल 11 मांगें हैं जिनके समर्थन में सोमवार से प्रदेशभर की मंडियों में अनाज की खरीदी नहीं करेंगे- महासंघ के अनुसार व्यापारियों की कुल 11 मांगें हैं जिनके समर्थन में सोमवार से प्रदेशभर की मंडियों में अनाज की खरीदी नहीं करेंगे। संघ से संबंधित सभी व्यापारी इस हड़ताल में शामिल होंगे। इसके साथ ही व्यापारियों से जुड़े तुलावटी और हम्माल भी हड़ताल पर रहेंगे।