असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा शर्मा ने राहुल गांधी के मणिपुर दौरे पर निशाना साधा है। कांग्रेस नेता गुरुवार को मणिपुर के दो दिवसीय दौरे पर थे। वह इंफाल पहुंचने के बाद राहत शिविरों का दौरा करने के लिए चुराचांदपुर की ओर जा रहे थे। जहां हिंसा की आशंका को देखते हुए पुलिस ने काफिले को रोका दिया था। इस पर कांग्रेस और भाजपा में बहस शुरू हो गई।
भाजपा का ‘गंदा राजनीतिक खेल खेल रही-कांग्रेस
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व सांसद राहुल गांधी के काफिले को गुरुवार को मणिपुर में रोक दिया गया था। वे इंफाल पहुंचने के बाद राहत शिविरों का दौरा करने के लिए चुराचांदपुर की ओर जा रहे थे। इसके बाद पुलिस ने उनके काफिले को रोक दिया और आगे जाने की अनुमति नहीं दी। इसके बाद कांग्रेस नेता को वापस दिल्ली आना पड़ा। हालांकि पुलिस ने उनके काफिले को रोकने जाने के पीछे हिंसा होने की आशंका जताई। राहुल गांधी के काफिले को रोके जाने पर कांग्रेस ने इसे भाजपा का ‘गंदा राजनीतिक खेल’ बताया।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व सांसद राहुल गांधी के काफिले को गुरुवार को मणिपुर में रोक दिया गया था। वे इंफाल पहुंचने के बाद राहत शिविरों का दौरा करने के लिए चुराचांदपुर की ओर जा रहे थे। इसके बाद पुलिस ने उनके काफिले को रोक दिया और आगे जाने की अनुमति नहीं दी। इसके बाद कांग्रेस नेता को वापस दिल्ली आना पड़ा। हालांकि पुलिस ने उनके काफिले को रोकने जाने के पीछे हिंसा होने की आशंका जताई। राहुल गांधी के काफिले को रोके जाने पर कांग्रेस ने इसे भाजपा का ‘गंदा राजनीतिक खेल’ बताया।
वह क्या समस्या का हल निकालेंगे-शर्मा
कांग्रेस के आरोप के बाद भारतीय जनता पार्टी ने इस पर पलटवार किया। असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा शर्मा ने कांग्रेस के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि केंद्र और राज्य सरकार मणिपुर की स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए जिम्मेदार हैं। इसलिए किसी राजनीतिक नेता के जाने की जरूरत नहीं है। शर्मा ने कहा कि उनके जाने से कोई समाधान तो निकलेगा नहीं। अगर उनकी यात्रा का कोई सकारात्मक परिणाम निकलता है तो यह दूसरी बात होती। लेकिन उनकी यात्रा सिर्फ एक मीडिया प्रकरण होगा। इसका न आगे कोई परिणाम निकलेगा न बाद में।
कांग्रेस के आरोप के बाद भारतीय जनता पार्टी ने इस पर पलटवार किया। असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा शर्मा ने कांग्रेस के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि केंद्र और राज्य सरकार मणिपुर की स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए जिम्मेदार हैं। इसलिए किसी राजनीतिक नेता के जाने की जरूरत नहीं है। शर्मा ने कहा कि उनके जाने से कोई समाधान तो निकलेगा नहीं। अगर उनकी यात्रा का कोई सकारात्मक परिणाम निकलता है तो यह दूसरी बात होती। लेकिन उनकी यात्रा सिर्फ एक मीडिया प्रकरण होगा। इसका न आगे कोई परिणाम निकलेगा न बाद में।
इस समय राजनीति करना सही नहीं
वहीं, उन्होंने बाद में एक ट्वीट भी किया। जिसमें उन्होंने लिखा कि मणिपुर की स्थिति करुणा के माध्यम से मतभेदों को खत्म करने की मांग करती है। उन्होंने कहा कि किसी राजनीतिक नेता के लिए अपनी तथाकथित यात्रा का उपयोग मतभेदों को बढ़ाने के लिए करना देश के हित में नहीं है। उन्होंने कहा कि राज्य के दोनों समुदायों ने ऐसे प्रयासों को साफ तौर पर खारिज कर दिया है।
वहीं, उन्होंने बाद में एक ट्वीट भी किया। जिसमें उन्होंने लिखा कि मणिपुर की स्थिति करुणा के माध्यम से मतभेदों को खत्म करने की मांग करती है। उन्होंने कहा कि किसी राजनीतिक नेता के लिए अपनी तथाकथित यात्रा का उपयोग मतभेदों को बढ़ाने के लिए करना देश के हित में नहीं है। उन्होंने कहा कि राज्य के दोनों समुदायों ने ऐसे प्रयासों को साफ तौर पर खारिज कर दिया है।