बिजनौर
‘मुस्लिमों का नाम बदनाम करने में खुद मुस्लिमों का ही हाथ है। मुस्लिमों ने खुद ही इस्लाम की छवि आतंकवाद की बनाई है।’ यह कहना है जमात उलेमा-ए-हिंद के जनरल सेक्रटरी मौलाना महमूद मदनी का। उन्होंने कहा कि इन हालात को बदलने के लिए मुस्लिम समाज में शिक्षा को बढ़ावा दिया जाना चाहिए।
महमूद ने कहा,’अगर मुस्लिम आने वाले 20 सालों में शिक्षा के लिए अपना अजेंडा तय कर लें और अपने बच्चों को पढ़ाने की शपथ लें, भले ही उन्हें दिन में एक बार बिना खाए रहना पड़े, तो वे लोग अपनी राय बदल लेंगे जो मुसलमानों से नफरत करते हैं।’ वह कीर्तनपुर में एक सामुदायिक समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि मुसलमानों के ही एक तबके ने इस समुदाय की छवि बिगाड़ दी है।
महमूद ने कहा,’हम सही रास्ते पर नहीं चल रहे हैं। हमारे दुश्मन हमारा नाम बदनाम नहीं कर रहे बल्कि हमारे ही समुदाय का एक तबका इसके पीछे है। हमारे ही लोगों ने इस्लाम की छवि आतंकवाद की बना रखी है।’