नई दिल्ली. इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) में तैनात अफसरों की सांसें उस समय थम गईं जब इलाहाबाद से उड़ान भरने वाले एक विमान के पायलट की ओर से जवाब मिलना बंद हो गए। किसी अनहोनी की आशंका और मुसाफिरों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एटीसी ने सभी समीपवर्ती एयरपोर्ट सहित इस घटना की जानकारी भारतीय वायु सेना को दे दी।
घटना को लेकर तुरंत हरकत में आए एटीसी ने दिल्ली एयरपोर्ट के ऑपरेशन कंट्रोल सेंटर को संदेश जारी कर पायलट को संबंधित एटीसी टावर से संपर्क करने के निर्देश दिए। करीब दस मिनट तक जवाब न मिलने पर वायुसेना के फाइटर प्लेन को विमान को स्कॉर्ट कर आईजीआई एयरपोर्ट पर लैंड कराने के लिए तैयारी शुरू करने को कह दिया गया।
गनीमत यह रही कि फाइटर प्लेन उड़ान भरते, इससे पहले ही एटीसी का संपर्क विमान के पायलट से हो गया। विमान में केबिन क्रू के अतिरिक्त करीब 75 मुसाफिर सवार थे। इसे शाम पांच बजे दिल्ली एयरपोर्ट पर लैंड कराया गया।
रेडियो ट्रांसमीटर में खराबी से टूटा था संपर्क
शुरुआती जांच से पता चला कि विमान के रेडियो ट्रांसमीटर में खराबी आ गई थी। इसके चलते एटीसी का संपर्क पायलट से टूट गया था। इस घटना के बाबत विमानन नियामक डीजीसीए ने जांच के आदेश दे दिए हैं। विमानन सुरक्षा से जुड़ी एजेंसियों ने भी पड़ताल शुरू कर दी है। इलाहाबाद एयरपोर्ट पर तैनात एयरक्राफ्ट मेंटिनेंस इंजीनियर की भूमिका की भी जांच हो रही है