कृषिउपज फसल का सीजन चुका है। उपज खरीदी के लिए व्यापारियों से लेकर कंपनियों में बारदाने की मांग रहती है। इससे बारदाना व्यापारी भी मांग और बिक्री के मान से स्टाक रखते हैं। व्यापारी नगर के अतिरिक्त सागर, बीना, खुरई, भोपाल, अशोक नगर तक बारदाना सप्लाई करते हैं। इससे उन्हें अच्छा खासा स्टाक रखना पड़ता है। वैैसे नगर की अनाज मंडी बड़ी होने के कारण बारदाने का कारोबार भी बढ़ा है।
नोटिसदेकर मामला किया बंद
पुलिसने बारदाना कारोवारियों को नोटिस देकर अपने कर्तव्य से पल्ला झाड़ लिया है। इस स्थिति के चलते आज भी घनी आबादी के बीच बारदाने का कारोबार चल रहा है। जबकि पिछली घटनाओं को देखते उनसे सबक लेना आवश्यक है। ताकि आगजनी से सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जा सकें। नियमनिर्देशों को ताक में रखकर आवासीय क्षेत्रों के मध्य स्थित बारदाना गोदाम और फैक्ट्रियों में आग से सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं। इससे भविष्य में कभी भी बड़ी आगजनी की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता है।
वर्ष 2013 में ऐसे ही एक गोदाम और फैक्ट्री में आग लगने से आसपास के मकानों के आगजनी की चपेट में आने का खतरा पैदा हो गया था। भीषण अग्निकांड से चारों तरफ अफरा तफरी मच गई थी। बीना रिफाइनरी से दमकलें बुलाना पड़ी थी तब कहीं आग काबू में आई थी। गोदाम की आग 15 दिनों तक धधकती रही थी। इस घटना के बाद एसडीएम ने धारा 133 के तहत आदेश जारी किया था और पुलिस को आवासीय क्षेत्र में संचालित बारदाना कारखानों गोदामों को नगर से बाहर करने के आदेश दिए थे।
पुलिसकरेगी कार्रवाई
इसमामले में एसडीएम ओपी श्रीवास्तव ने बताया तीन बार पुलिस न्यायालय द्वारा जारी आदेश की प्रति ले जा चुकी है। एसडीओपी को भी आदेश की प्रति भेजी जा चुकी है। कार्रवाई पुलिस को करना है। यह सही है आवासीय क्षेत्र में बारदाना गोदाम बड़ा खतरा है। यह देखा जा चुका है।
होगीकार्रवाई
^एसडीएमन्यायालय के आदेश की प्रति कार्रवाई के लिए कोतवाली को भेज चुके हैं। आदेश पर क्या कार्रवाई की गई है इसके बारे में पता कर सख्त कार्रवाई होगी। अनुरागपांडे, एसडीओपी गंजबासौदा