
शिवना शुद्धिकरण अभियान में हर दिन आमजनता का उत्साह बढ़ता जा रहा है। जो शिवना शुद्धिकरण के लिए शुभ संकेत है। नदी फिर से शुद्ध हो और प्रवाहमान हो इसी उद्देश्य के साथ हर दिन यहां दो घंटे से अधिक समय तक उमसभरी गर्मी में श्रमदान का दौर जारी है। शुक्रवार को प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मंदिर दर्शन करने पहुंची सीने तारिका से लेकर सामाजिक संगठनों ने शिवना की सेवा करते हुए अपना पसीना बहाया और गाद निकालने के साथ पानी से गंदगी भी निकाली। इस दौरान भगवान के जयकारें लगाए।
मुंबई से पहुंची मंदसौर और किया श्रमदान
श्रमदान का हिस्सा बनी सारिका दीक्षित ने कहा कि मुंबई से चलकर अपने 16 महादेव मंदिर के के दर्शन के बाद भगवान पशुपतिनाथ के दर्शन और उनकी पूर्णता का मुख्य आधार मानते हुए नेपाल जाते हुए मंदसौर पहुंची तो यहां श्रमदान देख इसमें हिस्सा लिया और डेढ़ घंटे तक तगारी उठाते हुए श्रमदान किया। लखनऊ फिल्म शूटिंग के दौरान भगवान का आशीर्वाद लेने के लिए कभी से मन बनाए हुए थी और अब यहां आने का मौका मिला। जनता व सामाजिक संगठनों को जोड़कर नदी के लिए प्रशासन द्वारा चलाया गया यह महाअभियान इस नदी का स्वरुप बदलेगा।
शिवना शुद्धिकरण के इस महाअभियान में हाउसिंग बोर्ड, जल संसाधन विभाग, आरईएस विभाग के साथ ही घुमक्कड़ जाति के उत्थान के लिए कार्य कर रहे रवि प्रताप सिंह बुंदेला ने भी तगारिया उठाकर गाद निकालने का काम किया। बुंदेला ने कहा शिवना के लिए जो भी इस सेवा कार्य में लगातार सेवा दे रहे हैं इनका इतिहास भगवान पशुपतिनाथ के साथी अवश्य याद किया जाता रहेगा। आज समय की मांगे श्रमदान की है। निजी जीवन की आपाधापी में अपना पूरा समय खत्म कर हर दिन को अलविदा कह देते हैं ऐसे में ऐसे कामों में भी हिस्सा लेना चाहिए। कार्यपालन यंत्री जल संसाधन विभाग सुभाष चारेल ने कहा अपने साथियों को लेकर शिवना शुद्धिकरण महाअभियान में हमारा भी एक छोटा सा सहयोग रहेगा सभी साथियों ने जो श्रमदान किया है वह उनके निजी जीवन की समस्याओं का भी समाधान इस सेवा के अंदर छुपा है। आज गांव गांव जल सहेजने के लिए इसी प्रकार आम जनता को आगे आना होगा यह भगवान का दूसरा रूप है। हमने भगवान देखा नहीं लेकिन जलवायु, आकाश, पृथ्वी वनस्पति हर जीव जंतु यह सब कुछ भगवान का दूसरा रूप है। हाउसिंग बोर्ड के पूरे स्टॉफ के साथ प्रदीप कुमार भक्त सहायक यंत्री आज इस अभियान में भागीदारी की।
नदी से गाद व मिट्टी निकालने का काम नए तरीके से किया गया
श्रमदान का हिस्सा बनी सारिका दीक्षित ने कहा कि मुंबई से चलकर अपने 16 महादेव मंदिर के के दर्शन के बाद भगवान पशुपतिनाथ के दर्शन और उनकी पूर्णता का मुख्य आधार मानते हुए नेपाल जाते हुए मंदसौर पहुंची तो यहां श्रमदान देख इसमें हिस्सा लिया और डेढ़ घंटे तक तगारी उठाते हुए श्रमदान किया। लखनऊ फिल्म शूटिंग के दौरान भगवान का आशीर्वाद लेने के लिए कभी से मन बनाए हुए थी और अब यहां आने का मौका मिला। जनता व सामाजिक संगठनों को जोड़कर नदी के लिए प्रशासन द्वारा चलाया गया यह महाअभियान इस नदी का स्वरुप बदलेगा।
शिवना शुद्धिकरण के इस महाअभियान में हाउसिंग बोर्ड, जल संसाधन विभाग, आरईएस विभाग के साथ ही घुमक्कड़ जाति के उत्थान के लिए कार्य कर रहे रवि प्रताप सिंह बुंदेला ने भी तगारिया उठाकर गाद निकालने का काम किया। बुंदेला ने कहा शिवना के लिए जो भी इस सेवा कार्य में लगातार सेवा दे रहे हैं इनका इतिहास भगवान पशुपतिनाथ के साथी अवश्य याद किया जाता रहेगा। आज समय की मांगे श्रमदान की है। निजी जीवन की आपाधापी में अपना पूरा समय खत्म कर हर दिन को अलविदा कह देते हैं ऐसे में ऐसे कामों में भी हिस्सा लेना चाहिए। कार्यपालन यंत्री जल संसाधन विभाग सुभाष चारेल ने कहा अपने साथियों को लेकर शिवना शुद्धिकरण महाअभियान में हमारा भी एक छोटा सा सहयोग रहेगा सभी साथियों ने जो श्रमदान किया है वह उनके निजी जीवन की समस्याओं का भी समाधान इस सेवा के अंदर छुपा है। आज गांव गांव जल सहेजने के लिए इसी प्रकार आम जनता को आगे आना होगा यह भगवान का दूसरा रूप है। हमने भगवान देखा नहीं लेकिन जलवायु, आकाश, पृथ्वी वनस्पति हर जीव जंतु यह सब कुछ भगवान का दूसरा रूप है। हाउसिंग बोर्ड के पूरे स्टॉफ के साथ प्रदीप कुमार भक्त सहायक यंत्री आज इस अभियान में भागीदारी की।
नदी से गाद व मिट्टी निकालने का काम नए तरीके से किया गया
मंदसौर के सेवा क्षेत्र की मिसाल नाहरु भाई द्वारा नदी से मिट्टी निकालने का कार्य नई तरीके से शीघ्र प्रारंभ आज से हो चुका है। एसडीएम बिहारी सिंह नोडल अधिकारी जेके जैन, सुनील व्यास, नगरपालिका इंजीनियर आरसी तोमर सहित अन्य अधिकारियों ने भी यहां पहुंचकर काम किया और निरीक्षण भी किया। एसडीएम ने नई मशीनों के साथ और बड़ी मशीन लगाकर नदी से मिट्टी निकालने का कार्य तेजी लाई जा रही है जो भी साथी प्रतिदिन शिवना शुद्धिकरण अभियान में सेवा दे रहे हैं उनके लिए कहा कि श्रमदान के कारण ही यह जागृति का माहौल बना हुआ है जो रोज शिवना तट पर आकर न तो किसी विभाग से जुड़े हुए हैं ना ही किसी पद पर है वह यहां आकर काम कर रहे है।
नदिया हमारे जीवन का अस्तित्व
नदियां हमारे जीवन का अस्तित्व है। नदियां रहेगी तो हमारा जीवन रहेगा। नदियों में हमारे प्राण बसते हैं। शिवना शुद्धिकरण श्रमदान की सार्थक पहल है। हमारी कोशिश होना चाहिए कि हम भी मां शिवना को स्वच्छ और निर्मल बनाने में अपना श्रेष्ठ योगदान दें।-माधव श्रीवास्तव
मैं सौभाग्यशाली जो शिवना की सेवा का मिला मौका
सीने तारिका एवं टीवी कलाकार सारिका दीक्षित ने श्रमदान के बाद कहा कि मैं सौभाग्यशाली हूं कि विश्वप्रसिद्ध पशुपतिनाथ व सहस्त्र शिवलिंग के दर्शन करते हुए शिवना की सेवा का भी मौका मिला। यहां सवा घंटे तक श्रमदान किया औश्र उन्होंने नगरवासियों से भी श्रमदान का आह्वान किया।
सीने तारिका एवं टीवी कलाकार सारिका दीक्षित ने श्रमदान के बाद कहा कि मैं सौभाग्यशाली हूं कि विश्वप्रसिद्ध पशुपतिनाथ व सहस्त्र शिवलिंग के दर्शन करते हुए शिवना की सेवा का भी मौका मिला। यहां सवा घंटे तक श्रमदान किया औश्र उन्होंने नगरवासियों से भी श्रमदान का आह्वान किया।
शिवना जनआस्था, श्रमदान का हिस्सा बन खुश हूं
घुमक्कड़ जाति के लिए लंबे समय से काम करने वाले रविप्रतापङ्क्षसह बुंदेला ने कहा कि शिवना जनआस्था का केंद्र है। इस नदी के लिए श्रमदान कर इस अभियान का हिस्सा बन खुश हूं। इस महाअभियान के साथ महादेव की भक्ति जुड़ी हुई है। इसके लिए सभी को अपनी भूमिका निभाना होगी।
घुमक्कड़ जाति के लिए लंबे समय से काम करने वाले रविप्रतापङ्क्षसह बुंदेला ने कहा कि शिवना जनआस्था का केंद्र है। इस नदी के लिए श्रमदान कर इस अभियान का हिस्सा बन खुश हूं। इस महाअभियान के साथ महादेव की भक्ति जुड़ी हुई है। इसके लिए सभी को अपनी भूमिका निभाना होगी।
शुद्ध व प्रवाहमान नदिया संस्कृति का प्रतीक
जलसंसाधन विभाग के जेपी अहिरवार ने कहा कि शुद्ध व प्रवाहमान नदियां हमारी संस्कृति का प्रतीक है। शिवना का यह अभियान श्रमदानियों की मेहनत और लोगों की आस्था से सफल होगा। सभी को नदी के लिए श्रमदान का हिस्सा बनना चाहिए।
जलसंसाधन विभाग के जेपी अहिरवार ने कहा कि शुद्ध व प्रवाहमान नदियां हमारी संस्कृति का प्रतीक है। शिवना का यह अभियान श्रमदानियों की मेहनत और लोगों की आस्था से सफल होगा। सभी को नदी के लिए श्रमदान का हिस्सा बनना चाहिए।
