नगरपालिका में इन दिनों एक के बाद एक कई घोटाले सामने आ रहे हैं। इससे पूरे नगरपालिका कार्यालय में हड़कंप मचा हुआ है। फर्जी आईडी से 42 लोगों को भवन निर्माण अनुमति जारी करने के मामले का खुलासा होने के बाद फर्जी राशन कार्ड घोटाला भी सामने आया है। इसमें नगरपालिका के ही 4 कर्मचारियों ने मिलकर 6000-6000 रुपए में 900 से ज्यादा बीपीएल वाले राशन कार्ड बेच दिए थे।
प्राथमिक जांच में फिलहाल करीब 54 लाख रुपए का घोटाला पकड़ में आ रहा है। 900 में से 3 फर्जी राशन कार्ड सीएमओ के सामने आने के बाद बीपीएल के करीब 1000 अन्य राशन कार्डों को भी सील कर दिया गया है। चारों आरोपी कर्मचारियों के खिलाफ एक 5 सदस्यीय जांच टीम बनाई गई है। समिति ने चारों आरोपियों को शोकाज नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। चारों कर्मचारियों ने अपने जवाब में लीपापोती करते हुए एक दूसरे पर आरोप मढ़ दिए हैं।
54 लाख के घोटाले का भंडाफोड़- चारों आरोपियों को नोटिस जारी
नोटिस के जवाब में एक दूसरे पर लगाया आरोप
चारों आरोपी कर्मचारियों को जब जांच टीम ने शोकाज नोटिस जारी किए तो उन्होंने अपने जवाब में एक-दूसरे को ही दोषी बताते हुए अपने आप को नीट एंड क्लीन बताया है।
इधर- फोटो खींचने के इंजीनियर मांग रहा 1500 रुपए की रिश्वत
इधर नगरपालिका में भवन निर्माण अनुमति शाखा में भ्रष्टाचार चरम पर चल रहा है। यहां फर्जी आईडी से 42 लोगों को भवन निर्माण की अनुमति जारी की गई है। इस मामले की भी अभी जांच चल रही है। इसके अलावा इस शाखा की एक महिला इंजीनियर बिना रिश्वत लिए कोई काम नहीं करती हैं।
2 दिन पहले ही उन्होंने एनओसी जारी करने से पहले स्पाट में जाकर मोबाइल से फोटो खींचने के नाम पर आवेदन से 1500 रुपए की रिश्वत ले ली। हालांकि आवेदक की ओर से इस मामले की जानकारी सीएमओ को भी दी गई है।
2000 फर्जी राशन कार्डाें की मिली जानकारी
नपा अधिकारियों की प्राथमिक जांच में यह बात सामने आई कि करीब 2000 फर्जी बीपीएल राशन कार्ड बनाए गए। इनमें से करीब 900 राशन कार्डों को अपात्र लोगों को बेच दिया गया। एक राशन कार्ड 6000 रुपए में बेचने की जानकारी मिली है। इस प्रकार देखा जाए तो 900 राशन कार्डों को करीब 54 लाख रुपए में बेचा गया। 1000 अन्य फर्जी बीपीएल राशन कार्डों को जब्त कर लिया गया है। अन्य राशन कार्डों की तलाश की जा रही है।
नपा के ही एक कर्मचारी ने पकड़वाए फर्जी राशन कार्ड
नगरपालिका सीएमओ सुधीर सिंह ने बताया कि करीब 10 दिन पहले नपा की सामाजिक सुरक्षा विस्तार अधिकारी नेहा ने उन्हें 3 फर्जी राशन कार्ड दिखाए थे। जांच में इन कार्डों में एसडीएम और जिला आपूर्ति अधिकारी के साइन और सील भी फर्जी पाए गए। इससे आशंका होने पर सीएमओ ने सबसे पहले राशन कार्ड शाखा पहुंचकर उसे सील करवा दिया। इसके बाद कुछ कर्मचारियों की मौजूदगी में पंचनामा भी बनाया गया।
ये 4 नपा कर्मचारी आए संदेह के घेरे में
सीएमओ सुधीर सिंह ने बताया कि फर्जी राशन कार्ड घोटाले में फिलहाल राशन कार्ड शाखा के कर्मचारी भारत सिंह रघुवंशी, लक्ष्मी ठाकुर, सूर्यकांत शर्मा और मीना जैन के नाम सामने आए हैं।