इस बार मौसम की बेरुखी ने रबी फसल के उत्पादन पर असर डाला है। सर्दियों में पारा नीचे आने से पाला पड़ने की स्थिति बनी और अब अचानक तापमान बढ़ने से गेहूं की उत्पादकता घटने की आशंका है। नहरों से सिंचाई करने वाले क्षेत्रों में अचानक गर्मी बढ़ने गेहूं की फसल जल्दी पक रही है। वहीं कई जगह कटाई चल रही है। ज्यादा गर्मी की वजह से गेहूं का दाना भी छोटा रहा गया।
किसानों का कहना है कि धान बोने वाले किसानों की गेहूं की बोवनी देरी से हुई थी। इसलिए वहां पर गेहूं की कटाई भी देरी से हो रही है। गर्मी की वजह से गेहूं के उत्पादन पर असर दिख रहा है। अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि शनिवार को दिन का पारा 40 डिग्री दर्ज किया गया था जो रविवार को बढ़कर 40.5 डिग्री पर पहुंच गया।
विदिशा जिले में 3 लाख 58 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में गेहूं की बोवनी हुई थी। 3 अप्रैल तक करीब 60 फीसदी गेहूं की कटाई हुई है। 15 अप्रैल तक पूरी कटाई होगी। अभी भी खेतों में करीब 1.50 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में गेहूं की फसल खड़ी है। ऐसे में गेहूं की फसल 15 दिन पहले पकने की कगार पर है। अभी पिछले एक सप्ताह से तापमान 37 से 40 डिग्री के आसपास बना हुआ है। ऐसे में देरी से बोई गई गेहूं की फसल भी पकने की स्थिति में आ गई।
15 दिन में पकने वाली फसल 4 दिन में पकी
आखिरी के 15 दिनों में पकने वाली गेहूं की फसल तेज धूप की वजह से 4 दिन में पक रही है। सामान्यता 35 से 36 डिग्री तापमान में फसल बुआई होती है, इसी तापमान में फसल पक कर तैयार होती है। ऐसे में इस समय पांच से छह डिग्री अधिक तापमान होने से इन फसलों पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। जिसका सीधा असर उत्पादन पर पड़ेगा।
पीके चौकसे ने बताया कि गेहूं की फसल जल्दी पकने से दाना छोटा रहेगा, इससे दस प्रतिशत तक उत्पादन घटेगा। वहीं गेहूं का स्वाद कम होने के साथ ही उत्पादन में भी कमी आएगी। दाना छोटा होने के साथ ही दाने की चमक कम होने के साथ ही फीकी रंगत रहेगी। इससे से गेहूं के दाम बाजार में कम मिलेंगे। पीके चौकसे, कृषि उपसंचालक विदिशा।
2021 में 3 क्विंटल घटी उत्पादकता, इस बार भी ऐसा होने की आशंका
2020 की तुलना में 2021 में विदिशा जिले में गेहूं का उत्पादन 1 लाख 85 हजार टन कम हुआ था। 2021 में उत्पादकता भी प्रति हेक्टेयर 3 क्विंटल तक घट गई थी। 2020 में जिले में 16 लाख 49 हजार 270 टन गेहूं का उत्पादन हुआ था। वहीं 2021 में 14 लाख 64 हजार 600 टन गेहूं का उत्पादन हुआ था। विशेषज्ञों का मानना है कि मार्च के आखिरी में तापमान बढ़ने से उत्पादकता इस साल भी घटने की आशंका है।
5 दिन का तापमान
दिन-न्यूनतम-अधिकतम
3 अप्रैल-22.0- 40.5
2 अप्रैल-22.0-40.0
1 अप्रैल-19.1-39.7
31 मार्च-18.5-39.5
30 मार्च-18.5-39.5
इधर… 1450 किसानों ने किया स्लॉट बुक, आज से गेहूं खरीदी
जिले में सोमवार से समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी शुरू हो रही है। इसके लिए जिले में 230 खरीदी केंद्र बनाए गए हैं। पहले दिन उपज बेचने के लिए जिले में 1450 किसानों ने अपना स्लॉट बुक कराया है। ये किसान लगभग सभी केंद्रों के बताए जा रहे हैं।
रविवार रात आठ बजे तक की स्थिति में जिले में अलग अलग तारीख में उपज बेचने के लिए कुल 21400 किसानों ने स्लॉट बुक किए हैं। खास बात यह है कि स्लॉट बुकिंग की अवधि सात दिन तक मान्य रहेगी। इससे किसान अपनी सुविधा के हिसाब से संबंधित केंद्र पर सात दिन के भीतर उपज बेच सकेगा। जिले में इस साल करीब 93 हजार से अधिक किसानों ने अपनी उपज बेचने के लिए पंजीयन कराया है।
जिला आपूर्ति अधिकारी रश्मि साहू ने बताया कि प्रत्येक उपार्जन केन्द्र पर गेहूं की तौल क्षमता का निर्धारण पोर्टल पर किया जाएगा। इसके तहत एक दिन में एक तौल कांटा पर 250 क्विंटल की तौल की जाएगी। जबकि हर केंद्र की प्रतिदिन न्यूनतम 1000 क्विंटल उपज की तौल के हिसाब से कांटे लगाए जाएंगे।
यही नहीं गेहूं की आवक के हिसाब से तौल कांटों की संख्या में वृद्धि करने के लिए भी कहा है। उन्होंने बताया कि सभी केंद्रों पर नोडल अधिकारी तैनात रहेंगे। खरीदी केंद्रों पर पेयजल, छांव, फस्टएड बॉक्स सहित अन्य जरूरी सुविधाएं किसानों को उपलब्ध कराने के लिए केंद्र प्रभारियों को जिम्मा सौंपा गया है।