प्लेटफार्म पर लगी नल की टोटियों और गर्मी में पानी को तरसते रेल यात्रियों को पेयजल उपलब्ध कराने के लिए 37 साल पहले समाजसेवी और पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष विसंजी भाई शाह ने रेलवे स्टेशन पर निशुल्क जल वितरण सेवा शुरू की थी। उसे रेलवे ने बंद करा दिया है। रेलवे स्टेशन पर यात्रियों के लिए प्रत्येक बोगी पर निशुल्क जल उपलब्ध कराने के लिए यह सेवा 4 महीने के लिए गुड़ी पड़वा से प्रारंभ की जाती थी लेकिन इस साल यह सेवा शुरू नहीं हो पाई। 4 महीने पहले रेलवे ने नागरिक सेवा समिति को पत्र भेजकर सेवा बंद करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद समिति ने जल सेवा के लिए जो सामग्री रेलवे स्टेशन पर रखी हुई थी उसे हटा दिया है।
सेवा को बंद कर दिया है। इसके स्थान पर सभी जिले गरीब महिलाओं को अपना स्वयं का रोजगार उपलब्ध कराने के लिए नई सेवा के विस्तार का संकल्प लिया। जिसे आज से ही प्रारंभ कर दिया।नागरिक सेवा समिति अध्यक्ष समाजसेवी कांति भाई शाह ने जल सेवा के स्थान पर गरीब महिलाओं को रोजगार उपलब्ध कराने स्वयं का व्यापार प्रारंभ करने के लिए दूसरी सेवा शुरू की। जन सहयोग से 36 गरीब महिलाओं को रोजगार उपलब्ध कराने और स्वावलंबी बनने के लिए 36 सिलाई मशीन पैर दान सहित वितरित कीं। इनमें से 16 सिलाई मशीन देवेंद्र वर्मा ने प्रदान की हैं। इसी प्रकार 10 एडवोकेट पदम जैन, 10 रीता देवी, रोहित भावसार और 6 सिलाई मशीनें शंभू दयाल शर्मा की ओर से भेंट की गई।
जनसेवा के विकल्प में गरीबों की सेवा लगातार जारी रखने का संकल्प
नहीं रुकनी चाहिए जनसेवा: पूर्व वित्त मंत्री राघवजी
इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व वित्त मंत्री राघवजी भाई ने कहा कि 37 साल से निरंतर चल रही सेवा रुकना नहीं चाहिए। भले ही इसका स्वरूप बदल जाए लेकिन गरीबों की भलाई के लिए इसे जारी रहना चाहिए क्योंकि 37 साल पहले स्वर्गीय विशन जी भाई ने जिस सेवा का संकल्प लिया था। जिसके माध्यम से यह नगर पूरे देश भर में जाना जाता है। उसे निरंतर जारी रखने का संकल्प अब भामाशाह की इस नगरी को लेना पड़ेगा।
इस मौके पर विधायक लीना जैन ने कहा कि ऐसी सेवाओं का समाज में निरंतर जारी रहना आवश्यक है। इनको रुकना नहीं चाहिए। जनसेवा के कार्य में जितना सहयोग बन सकता है सभी को देना चाहिए। पूर्व संसदीय सचिव अजय सिंह रघुवंशी ने आह्वान किया कि लोग आगे आएं और जन सेवा के कार्य में हाथ बढ़ाएं। इस मौके पर शशि यादव भी मौजूद थी।
1985 में पहली जल सेवा हुई थी शुरू
नगर में रेलवे स्टेशन पर पहली जल सेवा 1985 में प्रारंभ की गई थी। उस दौरान स्वर्गीय विसंजी भाई ने अपने साथियों की मदद से बाल्टी में जल भरकर रेल यात्रियों को डिब्बे पर ही जल उपलब्ध कराते थे। उनको रेल यात्रियों के लिए पानी वितरण करते थे। धीरे धीरे इस कार्य में लोग लगातार जुड़ते रहे।
इसी के चलते या जल सेवा लगातार चलती रही लेकिन इसे 4 महीने पहले रेलवे ने समिति को पत्र लिखकर पूरी तरह बंद करा दिया। दरअसल इस सेवा के कारण रेलवे स्टेशन पर पानी की बॉटल लोग नहीं खरीदते थे। उनको निशुल्क ही फिल्टर युक्त ठंडा जल अपनी कोच की खिड़की पर मिल जाता था लेकिन अब उनको गर्मी के दौरान यह सेवा नगर के लिए रेलवे स्टेशन पर उपलब्ध नहीं रहेगी।
इन सेवाओं के लिए दी लाखों रुपए की राशि
इस मौके पर समाजसेवी कैलाश अग्रवाल ने समाज सेवा की गतिविधियों को लगातार आगे बढ़ाने के लिए 1 लाख रुपए की राशि सेवा समिति को प्रदान की जबकि 51 हजार रुपए श्मशान घाट विस्तार के लिए दिए। इसी तरह एक लाख रुपए शाह परिवार ने विश्राम घाट निर्माण के लिए देने की घोषणा की।