Tuesday, September 23

भोपाल–ट्रैफिक ASI को रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त ने रंगे हाथों किया गिरफ्तार

ll lllllभोपाल. शहर में नो एंट्री के दौरान भारी वाहन सड़कों पर लोगों की सुरक्षा को खतरे में डालते हैं। आए दिन हादसे होते हैं। ये वाहन आिखर कैसे बेखटके दाखिल होते हैं। इसकी बानगी बुधवार को रत्नागिरी चौराहे पर देखी गई। एक एएसआई को लोकायुक्त पुलिस ने 1500 रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। एएसआई ने डंपर मालिक से कहा था कि रिश्वत की रकम ऊपर तक पहुंचानी होती है।

 नरेला शंकरी निवासी बनवारीलाल कैथल ने रत्नागिरी चौराहे पर पदस्थ ट्रैफिक के एएसआई भाव सिंह के खिलाफ रिश्वत मांगे जाने की शिकायत की थी। बनवारी के डंपर आए दिन रेत लेकर रिहायशी इलाके में आते-जाते हैं। भारी वाहनों के लिए सुबह आठ बजे से रात दस बजे तक नो एंट्री घोषित है।लोकायुक्त डीएसपी जेआर रघुवंशी के मुताबिक इस समय में डंपर लाने के लिए एएसआई उनसे चार हजार रुपए की मांग कर रहा था। सौदा 1500 रुपए में तय हुआ। शिकायत मिलने के बाद बुधवार दोपहर को लोकायुक्त की टीम ने योजना बनाकर बनवारी को एएसआई से मिलने चौराहे पर भेजा। यहां बनी पुलिस चौकी में बनवारी ने जैसे ही एएसआई को तय हुई रकम थमाई, वहां मौजूद टीम ने उसे दबोच लिया।

डंपर मालिक बनवारी के मुताबिक नो एंट्री में भारी वाहनों को आने जाने की परमिशन देने के नाम पर ट्रैफिक पुलिस जबरन पैसे वसूलती है। एएसआई ने उनसे कहा था कि इस रकम में से अफसरों तक भी हिस्सा पहुंचाना पड़ता है।
नो एंट्री में हादसे, एक साल में ट्रक-डंपर से 14 की मौत 
वर्ष 2014 में नो एंट्री के दौरान शहर के भीतर हुए अलग-अलग हादसों में ट्रक व डंपरों ने 14 लोगों की जान ली। सबसे ज्यादा हादसे होशंगाबाद रोड व अयोध्या बायपास पर हुए।
अति व्यस्त चौराहा है रत्नागिरी 
रत्नागिरी अतिव्यस्त चौराहा है। भोपाल को रायसेन से जोड़ने वाले इस चौराहे से रोजाना सैकड़ों ट्रक व अन्य भारी वाहन गुजरते हैं। आरोप है कि नो एंट्री में इनमें से कई वाहनों को इसी तरीके से एंट्री दे दी जाती है।
डंपर संचालक मुझे यह बताएं कि ट्रैफिक एएसआई ने किस-किस पुलिस अधिकारी को रिश्वत की रकम पहुंचाने की बात कही। उन पुलिस अधिकारियों के खिलाफ भी विभागीय कार्रवाई की जाएगी। लोकायुक्त पुलिस की कार्रवाई के बाद आरोपी एएसआई को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
डी श्रीनिवास वर्मा, डीआईजी