अपनेघर में कोई मेहमान नहीं होता। अपनी समाज के लोगों के बीच मैं यह बताने आया हूं कि मुझे इस बात का गर्व है कि मैंने इस समाज में जन्म लिया। आम लोगों- किसानों के दर्द को महसूस करने वाली इस समाज के ही संस्कार हैं कि प्रदेश के साढ़े सात करोड़ लोगों को मैं अपना परिवार समझता हूं। प्रदेश मेरे लिए मंदिर है, यहां की जनता भगवान और शिवराज सिंह उसका पुजारी है।
सोमवार को यहां अखिल भारतीय किरार क्षत्रिय महासभा के राष्ट्रीय अधिवेशन में मुख्यमंत्री शिवराज िसंह चौहान ने मुख्य अतिथि के तौर पर अपने भाषण में यह बात कही। दो घंटे से भी अधिक समय अधिवेशन में बिताने वाले चौहान अपने भाषण में कहीं समाज के व्यक्ति के तौर पर बोले तो कई बार सीएम के रूप में प्रदेश में किए गए कामों का ब्यौरा देते रहे। व्यापमं घोटाले में उछल रहे नामों में से कम से कम तीन लोग अधिवेशन में शामिल थे। मुख्यमंत्री, उनकी प|ी और राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य डॉ गुलाब िसंह किरार इनमंे शामिल हैं। डॉ किरार के बेटे शक्ति सिंह का नाम भी इस घोटाले में लिया जा रहा है। सीएम का कहना था कि यह सामाजिक कार्यक्रम है और वे किसी भी राजनीतिक मामले पर कुछ नहीं कहेंगे।
सुझाए पांच सूत्र
{बेटियोंको बेटों के समान दर्जा दें।
{समाज को नशामुक्त करें।
{ प्रतिभाशाली बच्चे धन की कमी से पढ़ाई से वंचित रहें और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर सकें, इसके लिए समाज के स्तर पर कोष बनाएं।
{ खेती के साथ ही आय के अन्य स्रोत भी विकसित करें।
{ सामाजिक संगठन को राजनीति मुक्त रखें और समाज के लोग राजनीति में अपनी अलग जगह बनाएं