मध्यप्रदेश के सभी सरकारी बैंक की लगभग 7 हजार ब्रांचों में 17 दिसंबर को भी ताले लगे रहेंगे। करीब 40 हजार बैंककर्मी दूसरे दिन भी हड़ताल पर रहेंगे। ऐसे में कई ATM में रुपए खत्म हो सकते हैं। इसलिए परेशानी से बचने के लिए लोग डिजिटल पैमेंट जैसे गूगल-पे, फोन-पे, पेटीम आदि एप्स से लेन-देन करें। शनिवार को बैंक खुलेंगे, लेकिन रविवार को छुट्टी होने से फिर बंद रहेंगे।
यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के आह्वान पर यह देशव्यापी हड़ताल की जा रही है। पहले दिन 16 दिसंबर को हड़ताल का खासा असर दिखने को मिला। यूनियंस के को-ऑर्डिनेटर वीके शर्मा ने बताया, पहले दिन की हड़ताल में सभी बैंककर्मी शामिल रहे। इससे 7 हजार ब्रांचों में ताले लटके रहे और प्रदेशभर में 8 लाख 70 हजार करोड़ रुपए का बैंक व्यवसाय प्रभावित रहा। 17 दिसंबर को भी इतना व्यवसाय प्रभावित रहेगा। भोपाल में 300 से अधिक ब्रांचेस बंद रही। इस कारण 3 लाख करोड़ रुपए का व्यवसाय प्रभावित रहा। चेक क्लियर, आरटीजीएस समेत अन्य लेन-देन नहीं हो सका।
कई एटीएम में रुपए खत्म हो गए
गुरुवार को प्रदेशभर के कई एटीएम में रुपए खत्म हो गए। ऐसी ही स्थिति शुक्रवार को भी बन सकती है। दरअसल, कई एटीएम में ब्रांच ही रुपए रखती है। हड़ताल के कारण उनमें राशि नहीं डाली गई। वहीं, यदि एटीएम आउटसोर्स के हवाले है तो कोई दिक्कत नहीं होगी। प्रदेश में 9200 और भोपाल में 1035 एटीएम है।
डिजिटल पैमेंट ही बेहतर तरीका
बैंक एक्टपर्ट बताते हैं, एटीएम में रुपए खत्म होने की स्थिति बनती है तो लोग डिजिटल पैमेंट कर सकते हैं। ऐसे में उनके सामने दिक्कत खड़ी नहीं होंगी।
देशव्यापी हड़ताल की यह वजह
यूनियंस के को-ऑर्डिनेटर शर्मा ने बताया, सरकार बैंकों के निजीकरण को लेकर लगातार प्रयास कर रही है। इसका देशभर में विरोध किया जा रहा है। इसलिए 16 और 17 दिसंबर को हड़ताल करके सरकार को चेता रहे हैं। दो दिन की हड़ताल के बाद भी सरकार निजीकरण के प्रयास नहीं रोकती है तो आगे अनिश्चितकालीन हड़ताल की जाएगी।
4 दिन में सिर्फ 1 दिन ही मिलेगा
बैंक हड़ताल के चलते लोगों ने 15 दिसंबर को ही अपने जरूरी काम निपटा लिए थे। दूसरी ओर एटीएम में भी बैंकों द्वारा पर्याप्त राशि रखी गई। ऐसे में हड़ताल के पहले दिन एटीएम में रुपए खत्म होने की स्थिति नहीं बनी। 2 दिन की हड़ताल के बाद बैंक शनिवार को खुलेंगे। ऐसे में 16 से 19 दिसंबर के बीच सिर्फ 1 दिन ही मिलेगा, जब लोग अपने बैंक से जुड़े जरूरी काम कर सकेंगे।