विदिशा । शिक्षा विभाग जिले में उपहार योजना को अब तक प्रचारित नहीं कर पाया है। इस योजना के तहत जुलाई से अगस्त माह तक स्कूलों की आवश्यकताओं को पोर्टल पर दर्ज होना था, लेकिन छह माह बाद भी सैकड़ों स्कूल दर्ज नहीं हो पाए। जानकारी के अभाव में समाजसेवी संगठन भी इस योजना में आगे नहीं आ पाए और स्कूलों में सुविधाओं की कमी जस की तस बनी हुई है।
मालूम हो कि प्रदेश शासन ने शिक्षा सत्र शुरू होने के साथ यह योजना लागू की थी। इसका उद्देश्य था कि सरकारी स्कूलों में फर्नीचर, बाउंड्रीवाल, कक्ष, ब्लैक बोर्ड, पेयजल आदि सुविधाओं की पूर्ति जनसहयोग से उपहार के रूप में पूरी की जा सके। इसके लिए विभाग की वेबसाइट पर अलग से एक पोर्टल बनाया गया था। जिस पर स्कूलों की आवश्यकताओं को दर्ज किया जाना था।
फिर इसका प्रचार करना था, ताकि पोर्टल पर इन जरूरतों को देखकर क्षेत्र के समाजसेवी स्कूलों की जरूरतों को पूरा करने में मदद करें, लेकिन इस कार्य में शिक्षक एवं अधिकारियों ने कोई रूचि नहीं ली। छह माह बाद भी यह कार्य पिछड़ा हुआ है। विभाग द्वारा जनसहयोग की इस योजना को जनजन तक न पहंुचा पाने से यह औपचारिक रह गई है।
ये हालात
विभागीय आंकड़े बताते हैं कि अब तक गंजबासौदा ब्लाक में 462 स्कूलों में से 9, लटेरी में 373 स्कूलों में से 2, नटेरन में 405 में से 6, सिरोंज में 502 स्कूलों में से 2, विदिशा में 475 स्कूलों में से 12 स्कूल ही पोर्टल पर पंजीकृत हो पाए हैं।
दो ब्लाक अव्वल
पोर्टल पर स्कूलों की जरूरतों को दर्ज कराने में दो ब्लाकों की स्थिति बेहतर मानी गई है। विभागीय जानकारी के अनुसार इस ब्लाक के कुल 306 स्कूलों में से 223 स्कूल पंजीकृत हो चुके। इसी तरह कुरवाई ब्लाक के 348 स्कूलों में से 255 स्कूल पंजीकृत होना बताए गए हैं।
तो बढ़तीं सुविधाएं
समाजसेवियों का कहना है कि विभाग योजना का प्रचार करता तो वे अपने क्षेत्र के स्कूलों में हरसंभव सहायता उपलब्ध कराते। कई संगठनों का कहना है कि उन्हें अब तक इस योजना की कोई जानकारी नहीं मिली, जबकि इस बीच स्कूलों में कई गतिविधियां की जा चुकीं।
पता पड़े तो करें मदद
विभाग को इस योजना के प्रति लोगों को जागरूक करना चाहिए। लायंस क्लब सेवा गतिविधियों में हमेशा तत्पर रहा है। किसी स्कूल में सुविधाओं की कमी सामने आई तो क्लब मदद के लिए जरूर आगे आएगा।
केएन शर्मा, अध्यक्ष लायंस क्लब
पत्रिका के माध्यम से योजना की जानकारी मिली है। स्कूलों की जरूरतें पूरी करने के लिए रोटरी क्लब और व्यक्तिगत तौर पर हरसंभव मदद करेंगे।
सुरेश मोतियानी, अध्यक्ष रोटरी ग्रेटर
योजना की जानकारी नहीं है। अगर किसी स्कूल की जरूरतें हमारे सामने आएंगी तो व्यापार महासंघ इस कार्य में हरसंभव मदद करेगा। देवराज अरोरा, अध्यक्ष व्यापार महासंघ
उपहार योजना में शीघ्रता से कार्य कराने के प्रयास जारी है। इसके लिए संबंधितों को नोटिस दिए जा रहे हैं। बीके पड़वार, डीपीसी, जिला शिक्षा केंद्र