Thursday, September 25

सीबीआई जांच से सुशांत की मौत से पर्दा उठने की आशा जागी

सुप्रीमकोर्ट के फैसले पर सभी की निगाहें लगी थीं क्योंकि मामला अकेले सुशांत की मौत का नहीं था मामला था एक विश्वास का जिसमें दो राज्यों की पुलिस की ऐंट्री होने से टकराव की स्थिति निर्मित हो चुकी थी इसके अलावा देशवासियों में एक विश्वास भी पैदा करना की अगर कोई किसी के साथ अन्याय करता है तो देश की अदालतें हैं। वह सही ओर गलत का निर्णय करने में सक्षम है । सुप्रीमकोर्ट के निर्णय से जहां सीबीआई का रास्ता साफ हुआ है वहीं दोनों राज्यों के बीच टकराव की स्थिति भी समाप्त हुई है ।अव मुंबई पुलिस कि जिम्मेदारी बढ जाती है की वह सीबीआई के साथ मिलकर सुशांत की मौत की गुथ्थी सुलझा कर अपनी धूमिल छवि को बापिस सुधार सकते है।

दो माह से चल रहे इस मामले में सीबीआई के आ जाने से सभी खुश हें की आखिर सुशांत की मौत का सही कारण पता चल सकेगा ।क्योंकि जिस तरह की भूमिका इस केस में मुंबई पुलिस ओर महाराष्ट्र सरकार की दिखाई दी है उसने कई रहस्यों को जन्म दे दिया है ।ओर मीडिया सहित सोशल मीडिया ने उन तथ्यों को देश के सामने रखा जिन पर मुंबई पुलिस ध्यान ही नहीं दे रही थी इतना ही नहीं मुंबई पुलिस द्वारा इस प्रकरण में एफआईआर तक नहीं करने से विहार पुलिस को आगे आना पढा ओर इसके बाद ही यह मामला ओर गंभीर होता चला गया अव सीबीआई के अलावा दूसरा कोई विकल्प भी नहीं था जो सच्चाई सामने ला सके ।